डेस्क। गूगल प्ले-स्टोर पर काफी कुछ ऐसा मौजूद है जो इसकी आखों में धूल झोंककर कई काले कारनामों को अंजाम देता है। आए दिन गूगल प्ले-स्टोर पर फर्जी एप्स की पहचान होती ही रहती है। कुछ दिन पहले ही करीब 10 ऐसे एप्स को गूगल प्ले-स्टोर से हटाया गया था जो यूजर्स का डाटा चोरी करते हुए डिटेक्ट किए गए थे और उनके फोन में मैलवेयर भी डाल रहे थे इसी कड़ी में अब साइबर सिक्योरिटी के शोधकर्ताओं ने 35 ऐसे एप्स की पहचान की है जो एंड्रॉयड यूजर्स के फोन में मैलवेयर डाल रहे थे, वहीं गूगल ने अभी तक इन एप्स को एप-स्टोर से नहीं हटाया है।
रोमानिया की साइबर सिक्योरिटी कंपनी Bitdefender की एक रिपोर्ट में यह दावा किया है कि Google Play Store पर एक नया मैलवेयर कैंपेन चल रहा था जिसके तहत यूजर्स के फोन में मैलवेयर इंस्टॉल किए जा रहे थे वहीं एप्स इस तरह से डिजाइन किए गए हैं कि फोन में इंस्टॉल होने के बाद इनका नाम अपने आप बदल भी जाता है। ये एप्स पोपुलर एप्स के नाम से प्ले स्टोर पर उपलब्ध भी थे।
Bitdefender की एक रिपोर्ट की माने तो इन एप्स को करीब दो मिलियन (20 लाख) बार डाउनलोड किया जा चुका है। इन एप्स की एक और पहचान है कि ये इंस्टॉल होने के बाद फोन में खुद को हाईड कर लेते हैं। ये अपने आइकन को बदलने में भी काफी माहिर हैं। एक बार इंस्टॉल होने के बाद ये एप्स यूजर्स को तमाम तरह के विज्ञापन भी दिखाने लग जाते थे। एक बार फोन में इंस्टॉल होने के बाद इन एप्स को पहचानना और अन- इंस्टॉल करना यूजर्स के लिए बहुत ही मुश्किल हो जाता था।
वहीं अब सवाल यह है कि यदि आप एक एंड्रॉयड यूजर हैं तो इन एप्स से कैसे बच सकते। तो आपको कोई ऐसा एप आपके फोन में दिखाई देता है जिसे आप इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं या आपने उसे इंस्टॉल नहीं किया तो ऐसे एप्स को तुरंत डिलीट कर दें। सबसे बेहतर तो यही होगा कि आप अपने फोन को फॉर्मेट कर दें क्योंकि यदि ये एप्स आपके फोन में हैं तो भी आपको पता नहीं चल पाएगा।
रोमानिया की साइबर सिक्योरिटी कंपनी Bitdefender की एक रिपोर्ट में यह दावा किया है कि Google Play Store पर एक नया मैलवेयर कैंपेन चल रहा था जिसके तहत यूजर्स के फोन में मैलवेयर इंस्टॉल किए जा रहे थे वहीं एप्स इस तरह से डिजाइन किए गए हैं कि फोन में इंस्टॉल होने के बाद इनका नाम अपने आप बदल भी जाता है। ये एप्स पोपुलर एप्स के नाम से प्ले स्टोर पर उपलब्ध भी थे।
Bitdefender की एक रिपोर्ट की माने तो इन एप्स को करीब दो मिलियन (20 लाख) बार डाउनलोड किया जा चुका है। इन एप्स की एक और पहचान है कि ये इंस्टॉल होने के बाद फोन में खुद को हाईड कर लेते हैं। ये अपने आइकन को बदलने में भी काफी माहिर हैं। एक बार इंस्टॉल होने के बाद ये एप्स यूजर्स को तमाम तरह के विज्ञापन भी दिखाने लग जाते थे। एक बार फोन में इंस्टॉल होने के बाद इन एप्स को पहचानना और अन- इंस्टॉल करना यूजर्स के लिए बहुत ही मुश्किल हो जाता था।
वहीं अब सवाल यह है कि यदि आप एक एंड्रॉयड यूजर हैं तो इन एप्स से कैसे बच सकते। तो आपको कोई ऐसा एप आपके फोन में दिखाई देता है जिसे आप इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं या आपने उसे इंस्टॉल नहीं किया तो ऐसे एप्स को तुरंत डिलीट कर दें। सबसे बेहतर तो यही होगा कि आप अपने फोन को फॉर्मेट कर दें क्योंकि यदि ये एप्स आपके फोन में हैं तो भी आपको पता नहीं चल पाएगा।