डेस्क। 2021 में महामारी की दूसरी लहर के साथ ही एक साइबर महामारी भी फैली और एक बड़ा ऑनलाइन घोटाला सामने आया। यह क्लासिक फ़िशिंग स्कैम का नया प्रारूप था लोगों के साथ फ्रॉड कर ब्लैकमेलिंग और हड़पने का कई मामले सामने आए।
क्या होती है फिशिंग?
वैसे तो फिशिंग चारा दिखाकर मछली को फसाने की एक कला के जैसा है वहीं जब हम ऑनलाइन फिशिंग घोटाले की बात करते हैं तो इसमें हैकर्स किसी व्यक्ति के सेंसिटिव इंफॉर्मेशन चुराने और धोखा देने के लिहाज से एक क्रिएटिव मैसेज को डिजाइन करते हैं। ऐसा मैसेज जिसको देखने के बाद इंसान अपना आपा खो बैठे और आप उस पर क्लिक कर दें, या उस पर विश्वास कर बैठे और हैकर के जाल में फंस जाए। इस तरह के घोटाले को ही फिशिंग घोटाले के नाम से जाना जाता है।
कई बार इस विशेष घोटाले में, हैकर्स डीएचएल से डिलीवरी सेवा एजेंट होने का दिखावा करके; जीमेल, याहू, आउटलुक और अन्य प्लेटफॉर्म पर ईमेल पर ऑर्डर की पुष्टि करने के लिए एक छोटे से पेमेंट का अनुरोध भी करते हैं। जिससे कई बार यह पहचानना मुश्किल हो जाता है कि आपके साथ धोखाधड़ी की जा रही है या नहीं, आपको सब नार्मल लगता है और आप हैकर्स के जाल में फस जाते हैं।।
ऑनलाइन शॉपिंग के प्रचलन बढ़ने के साथ ही यह सकैम अपनी जड़ें गड़ाते जा रहा है। द एक्सप्रेस की रिपोर्ट की माने तो, जीमेल स्कैम से पीड़ित को एक ईमेल मिला है जो डीएचएल द्वारा भेजा गया है। हैकर्स पीड़ितों को ईमेल ऑथेंटिक दिखने के लिए पीड़ित को ईमेल में नाम से संबोधित करता है ताकि आप आसानी से फस जाएं।
Gmail Scam से खुद को रखें सुरक्षित-
> अगर आपको कोई ईमेल आता है, जिसमें लिंक हो तो बिना जांच के उस पर क्लिक न करें।
> पता लगाने के लिए आप वेबसाइट के यूआरएल को ध्यान से देखिए। स्पेलिंग चेक करिये क्योंकि फिशिंग यूआरल असली वेबसाइट कि ही फेक कॉपी होते हैं जिसमें एक दो अक्षर आगे पीछे या गलत लिखे होते हैं।
> साथ ही कोई भी डिलीवरी सेवा कभी भी ग्राहक से एडमिनिस्ट्रेशन को पे करने के लिए नहीं कहती है। क्योंकि डिलीवरी का पैसा डिलीवरी करने वाली कम्पनीज का होता है। यदि आपसे पैसा मंगा जाए तो निश्चित रूप से एक घोटाला है।
> किसी भी मेल मिलने की स्तिथि में सीधे रिटेलर से संपर्क कर पुष्टि करें।