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डेस्क। आप एक ऐसी दुनिया की कल्पना करें जहां आपका टीवी उस फिल्म या शो को अपने आप रोक देता क्योंकि आप पॉपकॉर्न का लाने के लिए गए हुए हैं, और जब आप वापस लौटते हैं तो वो अपने आप ही चालू हो जाता है। या एक ऐसे कंप्यूटर के बारे में सोचे जो आपको महसूस करता है कि आप काम पर तनावग्रस्त हैं, अपसेट है तो वो कुछ रिफ्रेश, कुछ मधुर और सुकून देने वाली धुनें बजाना शुरू कर देते हैं? खैर, ये विचार जितने भविष्यवादी लगते हैं।

पर आपको बता दे अब ऐसी टेक्नोलॉजी आ चुकी है। Google वास्तव में एक नई प्रणाली पर काम कर रहा है, जो कैमरों का उपयोग किए बिना उपयोगकर्ताओं के व्यवहार को रिकॉर्ड करके उनका विश्लेषण करती है और फिर रियेक्ट करती है। ये सुनने में कुछ रोबोटिक डिवाइस जैसा ही लगता है।

यह तकनीक आपके शरीर की गतिविधियों को पढ़ने और आपके मूड और इरादों को समझने के लिए रडार का उपयोग करती है, और फिर उसके अनुसार कार्य करती है।

इस टेकनीक को लेकर ज्यादा खुलासे तो नहीं हुए लेकिन यह बताया गया है कि यह रडार डटेक्ट सिस्टम पर काम करके, सिस्टम को निर्देश भेजता है। पर अभी इसकी पूर्णता पुष्टि नहीं हुई है। उदाहरण के लिए, एक कंप्यूटर बिना बटन दबाए बूट हो सकता है। टीवी सोने के बाद आटोमेटिक बंद। यदि Google इस तकनीक को अंतिम रूप देने और इसे मुख्य धारा में लाने में सक्षम है, तो यह स्वचालन के लिए एक बड़ी जीत होगी।