तकनीकी – आज के समय में तकनीकी काफी विकसित हो गई है. लोग गूगल से जुड़े हुए है लोग अपनी छोटी सी छोटी चीज के लिए इसपर निर्भर है। आज लोगो को अगर कही घूमने जाना है तो वह इसके लिए सबसे पहले गूगल का इस्तेमाल करते है। वही गूगल अपने यूजर्स की सुरक्षा का काफी खयाल रखता है. लेकिन हम कई तरह के इंटरनेट प्लेटफॉर्म का यूज करते है और हर प्लेटफॉर्म के लिए एक नया पासवर्ड बनाते है।
लेकिन ज्यादा पासवर्ड होने के कारण हमे इन्हे याद रखने में काफी समस्या का सामना करना पड़ता है। वही अब गूगल अपने यूजर्स की इस समस्या का समाधान लेकर आया है क्योंकि अब आप अपने अलग अलग इंटरनेट प्लेटफॉर्म का पासवर्ड गूगल पर सेव कर सकते है। गूगल का यह फीचर माइक्रोसॉफ्ट और एप्पल के फ़ीचरर से मिलता जुलता है। गूगल ने एंड्रॉयड और क्रोम ब्राउजर के लिए नया फीचर लॉन्च किया है. यह फीचर अभी टेस्टिंग स्टेज में है. इस फीचर की मदद से यूजर्स को बेहतर सिक्योरिटी और लॉगइन में सहूलियत मिलेगी.
जानकारी के लिए बता दें गूगल ने एंड्रॉयड और क्रोम ब्राउजर के पासकी फीचर (Passkey Feature) लॉन्च किया है जो फिलहाल टेस्टिंग फेज में है. इस फीचर्स की मदद से यूजर्स को अपना अकाउंट को बेहतर सिक्योरिटी देने का मौका मिलेगा. Passkey Feature की मदद से कई ऐप्स और वेबसाइट्स पर लगने वाले पासवर्ड और लॉगइन आईडी को सेव करके रखा जा सकता है. इसमें सिंक का विकल्प नहीं दिया गया है, जिससे यह डाटा एक डिवाइस से दूसरे डिवाइस तक नहीं पहुंचता है.Passkey Feature को अभी ऐप डेवेलपर्स के लिए जारी किया गया है. गूगल का कहना है कि इसे स्टेबल वर्जन में इस साल के अंत तक पेश किया जा सकता है.