डेस्क। भारतीय दूरसंचार विनियामक प्रधिकरण (TRAI) ने नए नियमों के अनुसार बीते दिनों एक नोटिफिकेशन जारी किया गया है, जिसके अनुसार केवल उन्हीं चैनलों को बुके में शामिल करने की अनुमति होगी, जिनकी MRP 19 रुपये या उससे कम की है।
इस जारी अपने नए टैरिफ ऑर्डर (NTO) में नवीनतम संशोधनों के तहत, भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने कहा कि एक ब्रॉडकास्टर सभी पे चैनलों के एमआरपी के योग पर अपने चैनल बुके का मूल्य निर्धारण करते समय अधिकतम 45% की छूट प्रदान कर सकता है वहीं अभी तक केवल 33 फीसदी की ही छूट दी जाती है।
इस जारी अपने नए टैरिफ ऑर्डर (NTO) में नवीनतम संशोधनों के तहत, भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने कहा कि एक ब्रॉडकास्टर सभी पे चैनलों के एमआरपी के योग पर अपने चैनल बुके का मूल्य निर्धारण करते समय अधिकतम 45% की छूट प्रदान कर सकता है वहीं अभी तक केवल 33 फीसदी की ही छूट दी जाती है।
आपको यह बता दें कि TRAI ने मंगलवार को नए टैरिफ ऑर्डर (New Tariff Order NTO) 2.0 को भी बदल दिया है। वहीं ट्राई ने दूरसंचार सर्विस टैरिफ आदेश, 2022 और दूरसंचार सर्विस इंटरकनेक्शन विनियम, 2022 भी जारी किया है। साथ ही इस नए नियम के अनुसार 19 रुपये से कम कीमत वाले चैनल बुके में शामिल हो पाएंगे और बता दें कि यह नियम 1 फरवरी 2023 से लागू होंगे।
कब तक दिया टाइम
ट्राई ने यह बताया है कि किसी पे चैनल के MRP पर ब्रॉडकास्टर द्वारा दी जाने वाली छूट के साथ साथ बुके में उस चैनल की जॉइंट मेम्बरशिप पर भी आधारित होती है। जानकारी की माने तो सभी ब्रॉडकास्टर 16 दिसंबर 2022 तक चैनल का नाम, भाषा, चैनलों के प्रति माह MRP और चैनलों के बुके बनाने और MRP में किसी बदलाव के बारे में रिपोर्ट भी करेंगे। वहीं इसके अलावा, सभी सूचनओं को भी अपनी वेबसाइट पर अपलोड करना पड़ेगा।
अगले साल से आप उन्हीं चैनलों के लिए पैसे पे करेंगे जिन्हें आप देखना चाहते हैं वहीं पहले आपको कुछ चैनलों के लिए पूरा पैकेज लेना पड़ता है जिसमें बाकी चैनलों से कोई लेना देना ही नहीं होता है लेकिन पे सभी के लिए आपको करना पड़ता था। वहीं अब ग्राहक खुद सिलेक्ट किए हुए बुके या चैनलों के लिए ही पे कर पाएंगे। वहीं इस मामले पर इंडियन ब्रॉडकास्टिंग एंड डिजिटल फाउंडेशन के अध्यक्ष के. माधवन ने यह बताया है कि ये सब एनटीओ 2.0 उद्योग और ट्राई के सहयोग से हो पा रहा है।
अगले साल से आप उन्हीं चैनलों के लिए पैसे पे करेंगे जिन्हें आप देखना चाहते हैं वहीं पहले आपको कुछ चैनलों के लिए पूरा पैकेज लेना पड़ता है जिसमें बाकी चैनलों से कोई लेना देना ही नहीं होता है लेकिन पे सभी के लिए आपको करना पड़ता था। वहीं अब ग्राहक खुद सिलेक्ट किए हुए बुके या चैनलों के लिए ही पे कर पाएंगे। वहीं इस मामले पर इंडियन ब्रॉडकास्टिंग एंड डिजिटल फाउंडेशन के अध्यक्ष के. माधवन ने यह बताया है कि ये सब एनटीओ 2.0 उद्योग और ट्राई के सहयोग से हो पा रहा है।