तकनीकी– नासा के आर्टेमिस 1 अभियान के लॉन्च का समय दूर होता जा रहा है। एक बार पुनः नासा के चांद पर रॉकेट भेजने के मिशन को स्थगित कर दिया गया है। इस रॉकेट को लॉन्च करने के लिए शनिवार को नासा की ओर से पूरी तैयारी कर ली गई थी। लेकिन ईंधन में हुए रिसाव के कारण इस रॉकेट को कल यानी शनिवार के दिन नही लॉन्च कर पाया गया।
वही अब इस रॉकेट को लॉन्च करने की समय सीमा बढ़ा दी गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इंजीनियर अब इस रॉकेट की जांच करना चाह रहे हैं। जांच के बाद इस रॉकेट की मरम्मत होगी और बाद में इसे सही तरीके से लॉन्च के लिए रेडी किया जाएगा। नासा अब दोबारा कोई भी गलती नही करना चाह रहा है। रॉकेट की मरम्मत में करीब एक हफ्ते तक का समय लग जायेगा।
नासा का यह मिशन तीसरी बार फेल हुआ है। नासा का यह स्पेस लॉन्च सिस्टम (एसएलएस) अब तक का सबसे बड़ा रॉकेट है। 50 साल के बाद अब नासा इस कोशिश में लगा है कि वह एक बार पुनः चांद पर लोगो को भेजे और कुछ उपकरण अंतरिक्ष भेजे जाए। रॉकेट को लॉन्च करने के लिए लॉन्च व्हीकल के चार बड़े इंजनों में 30 लाख लीटर अत्यधिक ठंडा तरल हाइड्रोजन और ऑक्सीजन से पैदा होने वाली ऊर्जा की ज़रूरत होती है।