पैन को आधार से लिंक नहीं होने के कारण लोगों की परेशानी बढ़ गई है। खासतौर पर उन लोगों को परेशानी हो रही है जो आइटीआर दाखिल करना चाहते हैं, लेकिन उनका पैन व आधार इनकम टैक्स की वेबसाइट से लिंक नहीं है, जिस कारण से वो ऐसा करने में असफल है।
अब जब परेशानी बढ़ी है तो लोग जल्द से जल्द इसे लिंक करने के उपाय खोज रहे हैं। लेकिन वेबसाइट पर आनलाइन लिंक करने पर, लिखकर आ रहा है कि यह सेवा फिलहाल अस्थायी रूप से रोक दी गई है।
उन लोगों को भी यह परेशानी झेलनी पड़ रही है जिनकी लाग-इन पहले से बनी हैं, पर वे अपना पासवर्ड भूल चुके है। वेबसाइट पर फॉरगेट करने में भी काफी दिक्कतें आ रहीं हैं।
इस स्थिति में अंतिम विकल्प डिजिटल सिग्नेचर का ही बचा है। इसके लिए लोगों को पांच रुपये से अधिक भी खर्च करना पड़ रहा है। दी इंस्टीट्यूट आफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स आफ इंडिया की वाराणसी शाखा के पूर्व अध्यक्ष व सीए जय प्रद्धवानी ने जानकारी दी हैं कि आधार व पैन कार्ड से संबंधी शिकायतें रोजाना आ रहीं हैं।इस कारण से नए करदाताओं को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने अपने बयान में कहा कि लोग खुद भी पैन व आधार को लिंक कर लेते थे, लेकिन करीब दो माह से इसमें दिक्कत आ रही है। इनकम टैक्स की वेबसाइट पर यह लिखकर आ रहा है कि यह सेवा अभी बंद कर दी गई है। ऐसे में लोगों को मायूस होना पड़ रहा है।
इसी क्रम में विभाग से मांग की गई है कि फिर से यह सेवा शुरू की जाए। उन्होंने लोगों से अपील की है कि जब भी यह सेवा शुरू होती है तुरंत ही अपने आधार व पैन को आपस में लिंक करा लें। अन्यथा आगे चलकर परेशानी और भी बढ़ सकती है।
वहीं आल इंडिया फेडरेशन आफ टैक्स प्रैक्टिशनर के पूर्व उपाध्यक्ष ओपी शुक्ला ने भी कहा है, कि आधार-पैन का आपस में लिंक नहीं होने व लाग इन-पासवर्ड भूलने से परेशानी बढ़ी है। इस समस्या से निजात पाने के लिए डिजिटल सिग्नेचर ही एक मात्र विकल्प है। उन्होंने बताया कि इसके तहत पैन कार्ड धारक के यहां वीडियो कालिंग से उसके फोटो, आधार कार्ड व पैन कार्ड का वेरिफिकेशन किया जाता है।