डेस्क। देश के साइबर क्षेत्र में नया मोबाइल बैंकिंग वायरस फैल चुका है। यह वायरस इतना खतरनाक है कि एक बार मोबाइल में आने के बाद इसे हटाना नामुकिन के समान हो जाता है और ग्राहक का बैंक खाता भी खाली कर सकता है।
ग्राहकों को निशाना बना रहे इस मोबाइल बैंकिग ट्रोजन वायरस का नाम सोवा (SOVA) है और यह एक रैंसमवेयर है, जो एंड्रॉयड फोन की फाइल को नुकसान पहुंचा सकता है और अंतत: संबंधित व्यक्ति वित्तीय धोखाधड़ी का शिकार भी बन लेता है।
बैंकों ने लोगों को इस वायरस को लेकर आगाह करना शुरू कर दिया है। वहीं SBI ने ग्राहकों को मैसेज भेजकर चेतावनी भी दी है कि वे किसी लिंक पर जाकर के या अनऑफिशियल स्टोर से बैंकिंग ऐप्स को इंस्टॉल न करें।
साथ ही बैंक ने यह भी कहा कि यह वायरस, यूजर्स की पर्सनल इन्फॉर्मेशन चुराता है। साथ ही एसबीआई ने ग्राहकों को मैसेज में लिखा है, ‘SOVA एक मालवेयर है, जो व्यक्तिगत जानकारी चुराने के लिए बैंकिंग ऐप्स को टार्गेट कर रहा है। लिंक पर के या अनऑफिशियल स्टोर से ऐप्स इंस्टॉल बिल्कुल न करें।’
न्यूज एजेंसी PTI की रिपोर्ट के अनुसार, इससे पहले सितंबर माह में देश की साइबर सुरक्षा एजेंसी CERT-In (इंडियन कंप्यूटर एमरजेंसी रेस्पॉन्स टीम) ने भी अपने ताजा परामर्श में सोवा वायरस को लेकर चेतावनी जारी की थी पर भारतीय साइबर क्षेत्र में इस वायरस का सबसे पहले पता जुलाई में चला और तब से इसका पांचवां वर्जन आ गया है।
एक रिपोर्ट में कहा गया था कि यह मालवेयर पहले अमेरिका, रूस और स्पेन जैसे देशों में ज्यादा सक्रिय था पर जुलाई, 2022 में इसने भारत सहित कई अन्य देशों को भी अपना निशाना बनाना शुरू कर दिया। वहीं इस मालवेयर का नया वर्जन, यूजर्स को धोखा देने के लिये नकली एंड्रॉयड ऐप्लिकेशन के साथ छिपता भी है।