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डेस्क। देश में 5G तकनीक को लेकर लगातार कई परीक्षण हो रहे है। इसी कड़ी में IIT मद्रास में 5G का सफल परीक्षण हुआ। इसको लेकर केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वॉइस और वीडियो कॉल की। खास बात यह है कि इसका संपूर्ण एंड टू एंड नेटवर्क भारत में डिजाइन और विकसित किया गया है। सीधे शब्दों में कहें तो यह नेटवर्क पूर्णता स्वदेशी है।

इस प्रशिक्षण को लेकर केंद्रीय मंत्री ने 5G कॉल टेस्टिंग का एक वीडियो अपने कू और ट्वीटर अकाउंट पर पोस्ट किया है।

अश्विनी वैष्णव इस प्रशिक्षण पर कहा कि इस वर्ष सितंबर-अक्टूबर आते आते भारत का खुद का 5जी नेटवर्क ढांचा तैयार किया जाएगा। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) की तरफ से आयोजित इस कार्यक्रम में अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारत का स्वदेशी दूरसंचार ढांचा ‘बड़ी आधारभूत प्रौद्योगिकी प्रगति’ को साफ दर्शाता है।

उन्होंने आगे अपने बयान में दुनिया के अन्य देशों से लागत और गुणवत्ता में लाभ के लिहाज से देश के स्वदेशी दूरसंचार ढांचे को सक्रिय रूप से देखने का आग्रह भी किया। वह बोले कि आज के समय में डिजिटल अंतर (digital division) को कम करना बहुत महत्वपूर्ण है। अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सरकार समावेशी विकास को सुनिश्चित करने के लिए सभी तरह के उचित कदमों को उठा रही है। 

साथ ही दूरसंचार सचिव के राजारमन ने भी बयान जारी कर कहा कि 5जी सेवाओं की शुरुआत से देश में नई प्रौद्योगिकियों के लिए उपयुक्त कौशल की जरूरत होगी, और बड़े स्तर पर रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।

5जी सुविधा के आने से ब्रॉडबैंड सेवाओं में बड़े पैमाने पर रोजगार पैदा होंगे।