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डेस्क। टाटा नैनो (Tata Nano) को टाटा मोटर्स ने भारतीयों के लिए सबसे किफायती कार बनाने के विजन के साथ बनाया गया था। इसलिए इस कार की कीमत करीब 2 लाख रुपये की थी।

इस कड़ी में टाटा मोटर्स ने अमेजिंग वीडियो द्वारा चलाए जा रहे एक चैनल द्वारा अपलोड किए गए वीडियो के आधार पर गोल्डप्लस ज्वैलरी के लिए एक ब्रांड अभियान के हिस्से के रूप में 22 करोड़ रुपये की टाटा नैनो को पेश किया है।

कैंपेन में शोकेस की गई यह कार ज्वैलरी की तरह दिखने के कारण 22 करोड़ रुपये की है।

हीरे, सोने, चांदी और रत्नों से जड़ित अद्वितीय टाटा नैनो बिक्री के लिए नहीं है। इस कार को टाटा के चेयरमैन रतन टाटा ने प्रदर्शित किया था, जिसमें लगभग 8 महीने लगे और 30 से अधिक श्रमिकों ने आभूषण के कार के टुकड़े में तब्दील किया।

कार में 80 किलो सोना और 15 किलो चांदी, हीरे और कीमती पत्थर लगे थे। इसके अलावा, भारतीय मूल की कार होने के कारण, कार को भारतीय कला रूपों जैसे नकाशी, मीनाकारी और कई अन्य के साथ डिजाइन भी किया गया था। 

वहीं जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है कीमती धातुओं से भरी इस टाटा नैनो की कीमत 22 करोड़ रुपये होने का अनुमान लगाया गया था। वहीं मानक नैनो की कीमत लगभग 2 लाख रुपये थी।

किस कारण से बनाई गई यह कार

22 करोड़ की स्पेशल नैनो वेरिएंट का उद्देश्य एक ऐसा शोपीस बनना था जो देश के टाटा के स्वामित्व वाले ज्वैलरी स्टोर तक पहुँच सके। यह अन्य प्रोडक्ट के साथ-साथ कंपनी के आभूषण और कार ब्रांडों को बढ़ावा देने का एक क्रिएटिव आईडिया के तौर पर पेश किया गया था।