तकनीकी- ऐसा लगता है आगमी समय मे मनुष्य की सोचने समझने की क्षमता खत्म हो जाएगी। बढ़ते तकनीकी के इस्तेमाल से लोग अपने कार्य के लिए विचार करना छोड़ देंगे। हमारे सारे काम हमारे बोलने से ही हो जायेगे। वक्त के साथ हमको काम की टेंशन लेने की आवश्यकता नहीं होगी। हम जो चाहेंगे वो काम टेक्नोलॉजी से करवा लेंगे।
सुनने में शायद अच्छा लग रहा होगा। लेकिन अगर यह वास्तव में सम्भव हो गया तो मनुष्य के मस्तिष्क में जंग लग जायेगी। व्यक्ति विवेकहीन हो जाएगा। उनके लिए सही गलत वही होगा जो उसको तकनीकी से मिलेगा और किताबों का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। यह वास्तव में खतरनाक है। लेकिन दुनिया अब इस पथ पर आगे बढ़ रही है।
आज समय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का आ गया है। हर तरफ Chat GPT का जिक्र हो रहा है। Chat GPT को टक्कर देने के लिए कई बड़ी-बड़ी कम्पनियों ने अपने AI टूल मार्केट में उतार दिए हैं। वहीं अब चीनी कंपनी अलीबाबा ने Chat GPT के मुकाबले अपना AI चैटबॉक्स टोंगी कियानवेंन पेश किया है। इसके आते ही कंपनी ने उछाल मारा है।
सूत्रों का दावा है कम्पनी धीरे-धीरे अपने इस टूल में कई नए फीचर्स एड करेगी। अलीबाबा कम्पनी ने इसको क्लाइंट के लिए चालू किया है। चीनी कंपनियां इसके साथ अपना काम कर सकती हैं। अलीबाबा ने यह Chat GPT के मुकाबले के लिए तैयार किया है। क्योंकि चीन ने Chat GPT को अपने यहां प्रतिबंधित कर रखा है।
अब अगर मार्केट में AI का वर्चस्व इसी तरह बढ़ता रहा तो आगामी समय में मनुष्य मसीन बन जायेगा। व्यक्ति के पास अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए अपनी बुद्धि नहीं बल्कि AI होगा। AI पर बढ़ी निर्भरता व्यक्ति को अपाहिज बना देगी और व्यक्ति मनुष्य के रूप में मसीन बन जाएगा।