डेस्क। आप किस कंपनी का इंटरनेट इस्तेमाल करते है, आपको उसमें क्या क्या सुविधाएं दी जातीं हैं। कुछ भी हो पर हर दूसरे व्यक्ति को यूज़ कर रहे इंटरनेट से कई शिकायतें होतीं हैं किसी को बड़े खर्चे से तो कोई इंटरनेट स्पीड से परेशान होता है। वहीं अगर आपको किसी कंपनी की इंटरनेट सेवाएं पसंद नहीं आती तो आप दूसरी कंपनी में स्विच कर लेते हैं।
इसके साथ ही आप दूसरी कंपनी की इंटरनेट सेवाएं लेते हैं। इस कड़ी में एक शख्स ऐसा भी है जिसने इंटरनेट की स्लो स्पीड से परेशान होने के बाद कुछ ऐसा कर दिया जिसके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता था।
इस शख्स ने जो किया वो किसी कारनामें से कम नहीं था। जिसके बाद से ही लोग उसकी तारीफ करते नहीं थक रहे। यहां तक कि सरकार ने इस व्यक्ति के कारनामे के कारण शख्स को 21 करोड़ की रकम देने का ऐलान कर दिया।
आज हम आपको इस शख्स के इस हैरान करने वाले कारनामें के बारे में विस्तार से बताएंगे। जिसकी वजह से सरकार ने इस आदमी को इतनी बड़ी रकम देने का ऐलान कर दिया।
बता दें कि मिशिगन के ग्रामीण इलाके में रहने वाले एक व्यक्ति जार्ड मौच ने प्राइवेट फाइबर-इंटरनेट सेवा बनाकर घर के खराब इंटरनेट की समस्या का सलूशन निजाद किया। बता दें कि मौच एक वरिष्ठ नेटवर्क आर्किटेक्ट के रूप में काम करते हैं पर 2002 में वो अपने घर लौट गए लेकिन उनके इलाके में हाई स्पीड इंटरनेट लाइन की सुविधा नहीं थी। जिस कारण से उनको खराब इंटरनेट सर्विस मिलती थी।
आपको बता दें कि मिंट की एक खबर के अनुसार मौच ने लगभग $145,000 (1 करोड़ से अधिक रुपये) खर्च करके चार साल में इंटरनेट कंपनी बनाई और लीमा टाउनशिप और साइको टाउनशिप के कुछ क्षेत्रों में अपनी सर्विस को फाइबर-टू-द-होम ब्रॉडबैंड के द्वारा फैलाना भी शुरू कर दिया। अब वह पांच किलोमीटर फाइबर का तक सुविधा प्रदान करते है।
मौच के इस कदम से प्रभावित होकर सरकार ने 2.6 मिलियन डॉलर (लगभग ₹21 करोड़) की सरकारी फंडिंग मौच को सरकारी खाते से प्रदान भही की। वहीं आपको बता दें कि ये सर्विस 55 डॉलर प्रति माह के खर्च में 100Mbps की स्पीड पर अनलिमिटेड डाटा लोगों को ऑफर करती है, इनके पास 1Gbps की स्पीड वाला अनलिमिटेड डाटा ऑफर भी है। यह सर्विस लोगों से सिर्फ इंटरनेट चार्ज लेती है और ग्राहकों से एक्स्ट्रा टैक्स भी नहीं वसूला जाता।