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रोचक : हमने फिल्मों और उपन्यासों में हमशक्ल के बारे में खूब सुना है और कई बार हम इस बारे में सोचने भी लगते हैं कि क्या वास्तव में इस दुनिया में कोई हमारा हमशक्ल होगा। क्या हम कभी उससे मिल पाएंगे और अगर वह हमें मिल गया तो हम उससे क्या कहेंगे। अब बढ़ती तकनीकी ने इन सभी सावालो के जवाब दे दिए हैं और अब आप अपना हमशक्ल खुद तैयार कर सकते हैं। बस आपमे और उसमें सिर्फ इतना फर्क होगा कि वह डिजिटल होगा। 

असल मे यह एक एक्सपेरिमेंट होगा जो मनुष्य के जीवन को बेहतर बनाने के उद्देश्य से किया जा रहा है। डिजिटल ट्विवन या डिजिटल जुड़वां वास्तविक दुनिया की हू-बहू कॉपी होगा जिसे वास्तविक जीवन की कमियां दिखाने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। टेक्नोलॉजी एनालिस्ट रॉब एंड्रेले ने इस संदर्भ में कहा है कि इस दशक के खत्म होने से पहले मनुष्य के सामने उसका डिजिटल हमशक्ल खड़ा कर दिया जाएगा। 

लेकिन अभी भी वक्त है कि इस तकनीकी को लोगो के बीच लाने से पहले काफी विचार किया जाए। क्योंकि अगर यह मार्केट में आती है तो इसका कही न कही वास्तविक मनुष्य पर खराब प्रभाव पड़ेगा और रोजगार के लिए उसे काफी कुछ सहन करना पड़ सकता है। क्योंकि हर कोई डिजिटल व्यक्ति के आने से उसे ही काम पर रखने में रुचि दिखायेगा क्योंकि इसमें काम करने की शक्ति एक नॉर्मल इंसान से अधिक होगी और यह थकेगा भी नहीं। 

इस डिजिटल जुड़वा के परिपेक्ष्य को लेकर एंड्रेले कहते हैं कि यह तकनीकी के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि होगी। इसके आने से एक नॉर्मल इंसान का काम कम हो जाएगा। वही यह रोजगार देने वाली कम्पनियों के लिए उपयोगी साबित हो सकता है क्योंकि इसे एक बार खरीदने के बाद कम्पनी को बार बार अपने एंप्लॉय को सैलरी नहीं देनी होगी और यह नॉर्मल इंसान की अपेक्षा अधिक समय तक काम कर सकेगा।