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लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जिस निराश्रित व्यक्ति के पास राशन न हो, उसे खाद्यान्न के लिए एक हजार रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाए, और इसके साथ ही ऐसे लोगों के राशन कार्ड भी बनाए जाएं, ताकि उन्हें नियमित तौर पर खाद्यान्न मिलता रहे। अपर मुख्य सचिव, गृह, अवनीश कुमार अवस्थी ने यहां शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मुख्यमंत्री का निर्देश है कि किसी निराश्रित व्यक्ति के गंभीर रूप से बीमार होने की दशा में, यदि उसके पास आयुष्मान भारत योजना अथवा मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना का कार्ड नहीं है, तो उसे तात्कालिक मदद के तौर पर दो हजार रुपये दिए जाएंगे। ऐसे निराश्रितों के समुचित उपचार की व्यवस्था भी की जाएगी।

राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी ने निर्देश दिए हैं कि किसी निराश्रित व्यक्ति की मृत्यु होने पर उसके परिवार को अंतिम संस्कार के लिए पांच हजार रुपये की आर्थिक मदद दी जाए।

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिला अधिकारियों को आदेशित किया है कि जहां किसी के घर में क्वोरंटीन की जगह नहीं है, वहां उनको इंस्टीट्यूशनल क्वोरंटीन की व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया है कि निगरानी समितियां यह सुनिश्चित करें कि बाहर से आए श्रमिकों को गांव में बने क्वोरंटीन सेंटर में ही रखवाया जाए।

अवस्थी ने बताया कि “अबतक प्रदेश में रिकॉर्ड 1550 ट्रेनें आ चुकी हैं। आज 28 ट्रेनें और आ रही हैं। कुल मिलकर 1606 ट्रेनों को अनुमति दी गई है। 257 ट्रेनें 3 लाख 31 हजार लोगों को लेकर गोरखपुर आई हैं। यह भी एक रिकॉर्ड है। राजधानी लखनऊ में भी 109 ट्रेनें आई हैं। रेलवे के अलावा बसों से भी लोगों का आना जारी है। अबतक लगभग पौने तीन लाख लोग बसों से आ चुके हैं।”

उन्होंने बताया कि खाद्यान्न का वितरण 1 जून से शुरू होने वाला है और लोगों से यह अपील की गई है कि कार्डधारक निर्धारित मात्रा में अपना खाद्यान्न लें और और यदि किसी प्रकार की कोई शिकायत है, तो वहां मौजूद सुपरवाइजर को इसकी खबर दें।

उन्होंने बताया कि गो आश्रय स्थलों में अब तक 3133 भूसा बैंक स्थापित हो चुके हैं। टिड्डी दलों से निपटने के लिए कृषि विभाग ने पर्याप्त कीटनाशकों की व्यवस्था कर ली है।

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