अमरोहा। प्रदेश में जंगलों से आवासीय इलाकों का रुख कर रहे जानवर अब खतरनाक हो रहे हैं। सोमवार को अमरोहा के हसनपुर के जंगल में बाजरे के खेत में तेंदुआ के तीन शावक मिलने से ग्रामीण दहशत में हैं।
अमरोहा में बीते करीब एक महीने से अधिक समय से लोगों में दहशत का पर्याय बने तेंदुआ का कुनबा बढ़ता जा रहा है। सोमवार सुबह हसनपुर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पंचायत रजोहा के गैर आबाद गांव झुलपुरी के जंगल में ग्राम सदरपुर निवासी तेजपाल सिंह के बाजरे के खेत में तेंदुए के तीन शावक मिले हैं।
किसान तेजपाल सिंह के पुत्र एवं पत्नी सोमवार सुबह खेत पर पशुओं के लिए चारा काटने गए थे। बाजरे में उन्हेंं तेंदुआ के शावक दिखाई दिए तो तेंदुआ होने के डर से वह खेत से हट गए। उन्होंने खेत में तेंदुआ के शावक होने की सूचना गांव में दी। खेत में तेंदुए के शावक मिलने पर आसपास के गांव के लोग मौके पर जुट गए।
भारतीय किसान यूनियन के ब्लाक अध्यक्ष काले सिंह ने मामले की सूचना एसडीएम विजय शंकर, कोतवाल नीरज कुमार को दी। एसडीएम के आदेश पर वन विभाग के वीट प्रभारी ताहिर हुसैन ने टीम के साथ मौके पर पहुंचकर तेंदुए के तीनों शावक कब्जे में कर लिए हैं। वहीं वन विभाग की टीम शावकों के सहारे तेंदुए को पकडऩे का प्रयास कर रही है। क्षेत्रीय वन अधिकारी सुभाष चौधरी ने बताया कि बाजरे के खेत में तेंदुए के शावक मिले हैं। तेंदुए की तलाश में सर्च अभियान चलाया जाएगा।
क्षेत्र में पकड़े जा चुके हैं दो तेंदुए
अमरोहा के हसनपुर तहसील क्षेत्र में खजूरी तथा मुबारिजपुर के जंगल से दो तेंदुए पकड़े जा चुके हैं। जिनमें से एक की वन विभाग की टीम की निगरानी में मौत हो गई थी। तेंदुए ने 15 जून की रात को हसनपुर कोतवाली के गांव फूलपुर के जंगल में मक्का की फसल की सिंचाई करने गई शारदा देवी पर हमला कर मौत के घाट उतार दिया था। इसके अलावा झुंडी खादर में तीन तथा मुबारिजपुर में तो किसानों पर हमला कर जख्मी कर दिया था। प्रतिदिन किसी न किसी गांव में तेंदुआ दिखाई देने से किसानों में दहशत का माहौल है। लोग रात में जंगल जाने से कतरा रहे हैं।