कानपुर आइआइटी कानपुर की डिवाइस ‘पद्मावती केंद्र सरकार को खूब पसंद आई है। पीएमओ और कई केंद्रीय मंत्रियों ने ट्विटर पर खूब सराहा गया है, वहीं देश भर से लाइक्स मिलने के साथ ही उस पोस्ट को रीट्वीट भी किया जा रहा है। यह डिवाइस महज दो मिनट में पानी की गुणवत्ता बता देती है। यह इतनी छोटी और हल्की है कि इसे महिलाएं अपने पर्स और पुरुष अपनी जेब में रख सकते हैं। सफर के दौरान जरूरत पड़ने पर कहीं पानी पीने से पहले उसकी गुणवत्ता देख सकते हैं।
आइआइटी संस्थान के अर्थ साइंस विभाग के प्रो. इंद्रशेखर सेन, डॉ. भरत चौधरी, पूर्व छात्र हर्ष ने ये डिवाइस तैयार की है। यह केवल 15 सेंटीमीटर के आकार की है, जबकि स्मार्टफोन की सहायता से संचालित होती है। इससे दो मिनट के अंदर पानी की 14 तरह की अशुद्धियों का पता चलता है। पीएमओ की ओर से पद्मावती को सस्ती व ईकोफ्रेंडली बताया गया है, जबकि कानून एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद और शिक्षामंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने इस खोज को आत्मनिर्भर भारत अभियान की दिशा में बेहतर कदम बताया है।
करीब 70 रुपये आता है खर्च
प्रो. सेन ने बताया कि एक बार की टेस्टिंग में करीब 70 रुपये का खर्च आता है। इसमें 14 तरह के पैरामीटर पर जांच की जा सकती है। वहीं एक पैरामीटर की जांच करने में विभिन्न लेबोरेट्री में 500 रुपये तक खर्च करने पड़ते हैं।