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गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो दिवसीय दौरे पर रविवार को दोपहर बाद गोरखपुर आएंगे। प्रशासन दौरे की तैयारियों में जुट गया है। गोरखपुर आने के बाद मुख्यमंत्री गोरखनाथ मंदिर में रात्रि विश्राम करेंगे और सोमवार को सुबह 11 बजे बीआरडी मेडिकल कॉलेज में कोविड-19 की रोकथाम और संचारी रोगों के लिए चलाए जा रहे दस्तक अभियान की मंडलीय समीक्षा बैठक कर सकते हैं। बैठक के बाद उनका लखनऊ लौट जाने का कार्यक्रम है। समीक्षा बैठक की तैयारियों को लेकर शनिवार को कमिश्नर जयंत नार्लिकर, डीएम के. विजयेंद्र पांडियन और नगर आयुक्त अंजनी कुमार ङ्क्षसह ने मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉ. गणेश कुमार के साथ बैठक की। डीएम ने बताया कि सीएम के रविवार दोपहर बाद गोरखपुर आने की अनौपचारिक सूचना है। सोमवार को होने वाली समीक्षा बैठक के मद्देनजर सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं।

पूजा-अर्चना के बाद श्रीनाथजी को लगेगा ‘रोट‘ का भोग

गोरखनाथ मंदिर में गुरु पूर्णिमा पर रविवार को कोरोना संक्रमण के चलते परंपरागत आयोजन तो नहीं होंगे लेकिन आनुष्ठानिक गुरु पूजा पूरे विधि-विधान से होगी। मुख्यमंत्री की अनुपस्थिति में यह पूजा मंदिर के प्रधान पुजारी कमलनाथ के नेतृत्व में संपन्न होगी। पूजा की शुरुआत श्रीनाथजी यानी बाबा गोरखनाथ के चरणवंदन के साथ होगी। इस दौरान उन्हेंं मंदिर के विशेष प्रसाद ‘रोट’ का भोग लगाया जाएगा।

नाथ पूजा के बाद सभी नाथ योगियों के समाधि स्थल और देव-विग्रहों की पूजा की जाएगी। नाथ पंथ के संत और पुजारी अपने-अपने गुरुओं का आशीर्वाद लेंगे। अंत में भंडारा लगेगा, जिसका प्रसाद मंदिर में मौजूद सभी लोग ग्रहण करेंगे। कार्यक्रम में किसी भी बाहरी व्यक्ति का प्रवेश वॢजत रहेगा। मंदिर प्रबंधन के मुताबिक रविवार को दोपहर बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी आ सकते हैं लेकिन तिलक लगाकर गोरक्षपीठाधीश्वर से आशीर्वाद लेने का परंपरागत कार्यक्रम आयोजित नहीं होगा। ऐसा कोरोना संक्रमण के चलते फिजिकल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए किया जा रहा है। मंदिर के सचिव द्वारिका तिवारी ने बताया कि आनुष्ठानिक गुरु पूजा की पूरी तैयारी हो चुकी है।

कार्ड के जरिए शिष्यों तक पहुंच चुका है पीठाधीश्वर का संदेश

गुरु पूॢणमा पर अपने गुरु गोरक्षपीठाधीश्वर को तिलक लगाकर आशीर्वाद न पाने का किसी शिष्य मलाल न रह जाए, इसके लिए कार्ड के जरिए पीठाधीश्वर का आशीर्वाद घर-घर पहुंचा दिया गया है। मंदिर प्रबंधन की ओर से भेजे गए कार्ड में पीठाधीश्वर ने अपने शिष्यों से घर में गुरु पूजा करने की अपील की है। ऐसा करने के लिए उन्होंने कोरोना संक्रमण का हवाला दिया है।