वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान का शुभारंभ किया। पूर्वांचल में प्रवासी श्रमिकों को रोजगार मुहैया कराने यह कदम सार्थक साबित होने वाला है। इसी कड़ी में एनआइसी में दो श्रमिकों को नियुक्ति पत्र, दो हस्तशिल्पी को टूल किट एवं चार लाभार्थियों को डमी चेक प्रदान किया। इस कार्यक्रम में एलडीएम मिथिलेश कुमार, उपायुक्त, उद्योग वीरेंद्र कुमार, लघु उद्योग भारती काशी प्रांत के अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह आदि मौजूद थे। इसके अलावा जौनपुर में दो लोगों को चेक प्रदान किया गया।
वाराणसी में इन प्रवासी श्रमिकों का समायोजन
अंकित कुमार सिंह पश्चिम बंगाल में कार्यरत थे। लॉकडाउन के कारण वे नौकरी छोड़कर आ गए। उनको लघु उद्योग भारती की ओर से आदित्य सुपर पंप इंडस्ट्रीज में अकाउंट्स विभाग में नौकरी मिली है। इसी प्रकार रमेश कुमार पटेल फरीदाबाद में कार्य करते थे। उनको भी आदित्य सुपर पंप कंपनी में ही इंजीनियरिंग सेक्शन में नौकरी मिली है।
इनको मिला टूल किट
विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत कन्हैया व लालजी को टूल किट प्रदान किया गया। टूल किट पाकर दोनों ही बहुत खुश थे।
इन्होंने शुरू किया खुद का कारोबार
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत चोलापुर के श्रीनाथ जायसवाल, शिवपुर तरना के आजाद सोनकर, ओम प्रकाश बदलानी व योगेश्वर तिवारी को लोन स्वीकृत किया गया हे ताकि वे कंपनी के माध्यम से दूसरों को भी रोजगार मुहैया कर सके।
जौनपुर में दो जरुतमंदों को दिया चेक
जौनपुर में एनआइसी में मुख्य विकास अधिकारी अनुपम शुक्ला, उपायुक्त उद्योग साहब शरण व एलडीएम उदय नारायण ने दो जरूरतमंदों को चेक वितरित किया। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत उर्मिला देवी को दस लाख रुपये व मोहर्ररम अली को पांच लाख रुपये का चेक सौंपा।
प्रवासी कामगारों को उम्मीदों भरा नजर आया प्रधानमंत्री का संबोधन
कोरोना संकट के बीच महानगरों से पलायन कर अपने घरों को लौटे लाखों प्रवासियों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन उम्मीदों भरा नजर आया। प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में सुबह 11 बजे आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान का शुभारंभ किया तो उसे सुनने व देखने को सभी टीवी के सामने बैठ गए। रोजी-रोटी जाने के बाद गांवों को लौटे श्रमिकों के लिए यह पल खास रहा। यही वजह रहा कि घरों में टीवी पर टकटकी लगाए सभी प्रधानमंत्री को निहारते रहे। जौनपुर के बदलापुर, मड़ियाहूं, केराकत, मुंगराबादहशापुर व गौराबादशाहपुर समेत अन्य स्थानों पर प्रवासियों में काफी उत्साह रहा। मौजूदा समय में सबसे बड़ी दिक्कत नौकरी गंवा चुके लोगों को रोजगार को लेकर है। ऐसे में इस अभियान से गरीबों की आस जाग गई है।