कानपुर मुठभेड़ में आठ पुलिसकर्मियों के शहीद होने की घटना का गुनहगार विकास दुबे प्रदेश के मोस्ट वांटेड अपराधियों की श्रेणी में शामिल हो गया है। एडीजी ने उसपर इनाम की धनराशि 50 हजार से बढ़ाकर एक लाख कर दी है। वहीं दूसरी ओर पुलिस अब तक उसके 21 साथियों की शिनाख्त कर चुकी है, जिसमें एक साथी को देर रात कल्याणपुर थाना पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया है। उसके पैर में गोली लगी है और पुलिस की निगरानी में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कल्याणपुर पुलिस ने शनिवार देर रात विकास दुबे के साथी दयाशंकर अग्निहोत्री उर्फ कल्लू को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया। वह वारदात के बाद से फरार था और कल्याणपुर के आसपास सक्रिय रहता था। यहीं पर विवादित जमीनों के कारोबार में विकास दुबे का साथ देता था, उसपर कल्याणपुर थाने में तीन मुकदमे दर्ज हैं। दो मुकदमे हत्या के प्रयास और एक मुकदमा आर्म्स एक्ट का है।
शनिवार देर रात पुलिस को कल्लू की लोकेशन जवाहरपुरम पुलिया के पास मिली, इसके बाद पुलिस टीमों ने घेराबंदी की तो कल्लू ने भागने का प्रयास किया। बचने के लिए उसने पुलिस पर फायरिंग की तो पुलिस ने जवाबी फायरिंग करते हुए उसे पकड़ लिया। एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बताया कि मुठभेड़ में दयाशंकर अग्निहोत्री को गिरफ्तार कर लिया गया है, उसके बाएं पैर में गोली लगी है। उससे पूछताछ करके विकास दुबे के बारे में भी अन्य जानकारियां हासिल की जा रही हैं।
दबिश से पहले बुलवाए थे विकास दुबे ने शूटर
कल्याणपुर थाना क्षेत्र में पुलिस मुठभेड़ में घायल दयाशंकर उर्फ कल्लू ने पूछताछ के बाद पुलिस को बताया है कि विकास को दबिश की पहले से सूचना थी।दबिश से पहले विकास दुबे ने बाहर से हथियारबंद शूटर बुलवाए थे। उसने यह भी बताया कि विकास दुबे ने उसकी लाइसेंस बंदूक छीन कर फायरिंग की थी दयाशंकर , विकास के घर रहने वाली नौकरानी रेखा का पति बताया जा रहा है। एसटीएफ दयाशंकर से गहन पूछताछ कर रही है।
विकास के साथियों पर 25 हजार का इनाम घोषित
एडीजी जय नरायन सिंह ने बताया कि विकास दुबे के इनाम की धनराशि बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दी गई है। वहीं आइजी मोहित अग्रवाल ने बताया कि पुलिस वालों के सामूहिक हत्याकांड के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपित विकास दुबे के अलावा उसके दस साथियों को नामजद और 60-70 अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या सहित विभिन्न गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। वहीं दूसरी ओर पुलिस ने मुठभेड़ में अतुल दुबे और प्रेम कुमार पांडेय को मार गिराया था। दोनों अभियुक्त नाजमद थे।
पुलिस ने जांच के बाद 11 अन्य बदमाशों के नाम की शिनाख्त कर ली है। यह सभी पुलिस पर हमले में शामिल थे। इस तरह ज्ञात बदमाशों की संख्या बढ़कर अब 21 हो गई है, जिसमें से दो मारे जा चुके हैं। विकास पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया जा चुका है, जबकि दो मारे जा चुके हैं। इस तरह बाकी बचे 18 बदमाशों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है।
इनपर रखा 25 हजार का इनाम
- श्यामू बाजपेयी
- छोटू शुक्ला निवासी ग्राम कंजती
- मोनू (जेसीबी चालक)
- जहान यादव पुत्र संतराम
- दया शंकर अग्निहोत्री
- शशिकान्त पंडित पुत्र प्रेमकान्त
- शिव तिवारी पुत्र दिनेश
- विष्णु पाल यादव निवासी सुज्जा नेवादा
- राम सिंह पुत्र छोटे लाल निवासी ग्राम मदारीपुरवा
- रामू बाजपेयी पुत्र राधेश्याम
- अमर दुबे पुत्र संजीव
- प्रभात मिश्रा पुत्र राजेन्द्र
- गोपाल सैनी पुत्र रामाधार
- बीरू दुबे पुत्र रमेश चन्द्र निवासी बिकरू
- बउन शुक्ला पुत्र मूलचन्द्र
- शिवम दुबे पुत्र बाल गोविन्द
- बाल गोविन्द पुत्र मेवा लाल
- बउआ दुबे पुत्र मोंटी