कुशीनगर : जिले के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के बरवा पुरदिल निवासी कैंसर पीड़ित युवक की सऊदी अरब में मौत हो गई। इसकी सूचना मिलने पर परिवारीजनों में कोहराम मच गया। बरवां पुरदिल निवासी 34 वर्षीय इकबाल अहमद एक साल पूर्व सऊदी अरब के रियाद शहर में कमाने के लिए गया था। वहां पर वह ड्राइवरी करता था। इसी साल मार्च महीने में उसकी तबीयत खराब हुई। इलाज के दौरान पता चला कि उसे कैंसर हो गया है। कैंसर की जानकारी होने पर वह अपने मालिक के साथ चार से पांच बार भारतीय दूतावास पहुंचा और वतन वापसी का गुहार लगायी। हर बार उसे कुछ दिन इंतजार करने को कहा गया। दो सप्ताह पूर्व उसकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई। उसके साथ में रहने वाले गांव के लोगों ने उसे वहां के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज के दौरान पिछले छह जुलाई की रात में उसकी मौत हो गई। इसकी सूचना मिलने परिवारीजनों को मंगलवार की देर रात मिली तो घर में कोहराम मच गया।
घरवालों का आरोप है कि इकबाल के इलाज में लापरवाही बरती गई है। आरोप है कि भारतीय दूतावास से उसे घर वापस भेजने में मदद की गई होती तो शायद उसकी जान बच गई होती। लॉकडाउन की वजह से टिकट भी नहीं मिल रहा था कि वह अपने मर्जी से घर लौट सके। उसकी मौत के बाद से बूढ़े पिता अनवर सहित आठ वर्षीय बेटी आफिया व ढाई वर्षीय बेटा बिट्टू का रो-रो कर बुरा हाल है। उसकी पत्नी सईदुन निशा बार-बार बेहोश हो जा रही है।
कह कर गया था,लौटने पर बनवाएगा मकान की छत
इकबाल अहमद की गांव में काफी पुरानी मकान है, जो अब जर्जर हो गयी है। रहने लायक नहीं है। इकबाल ने अपनी कमाई से गांव में दूसरी जगह घर बनवाना शुरू किया था, जिसका अभी लिंटर नहीं लगा है। सऊदी अरब जाने के पूर्व उसने परिवार के लोगों को भरोसा दिया था कि वापस लौटने पर मकान का लिंटर कराएगा, लेकिन शायद ईश्वर को मंजूर नहीं था।