उपेंद्र कुशवाहा
कुशीनगर : जिले के प्राचीन कुबेरस्थान शिवमंदिर के महंत पर प्रशासन को गुमराह कर अवैधानिक तरीके से आधिपत्य जमाने का आरोप लगाते हुए लोगों ने सोमवार को ज्ञापन सौंपा और पुलिस से कार्रवाई की मांग की। ज्ञापन में कोहरवलिया के पूर्व प्रधान सुरेंद्र गुप्ता, जनार्दन मिश्र, सर्वेश कुमार पांडेय और प्रेमचंद तिवारी ने आरोप लगाया है कि प्राचीन कुबेरस्थान शिवमंदिर के वर्तमान महंत अवैधानिक तरीके से पुजारी को हटाकर मंदिर की संपत्ति पर अपना अधिकार जमाने की कोशिश में लगे हैं और प्रशासन को गुमराह कर रहे हैं। जबकि यहां के स्थानीय गोस्वामी परिवार के लोग ही शिवमंदिर स्थापना काल से मंदिर की देखरेख व पूजा पाठ करते आ रहे हैं।
आरोप यह भी है कि कुछ दिनों से दबंगई के बल पर वर्तमान महंत पुलिस व प्रशासन को गुमराह कर अपना वर्चस्व जमाए हुए हैं। छह अगस्त को भी ग्रामीणों ने एसडीएम सदर को ज्ञापन सौंपा था और कार्रवाई न होने पर मंदिर परिसर में सत्याग्रह की चेतावनी दी थी। ग्रामीणों के सत्याग्रह शुरू करने के कुछ घंटे पूर्व ही पुलिस ने इस मामले से संबंधित करीब 40 लोगों को शांतिभंग की आशंका में पाबंद कर दिया था। इससे सत्याग्रह में शामिल होने वाले लोगों में हड़कंप मच गया और सभी लोग अपनी जमानत कराने एसडीएम कोर्ट पहुंचे थे। ज्ञापन देने वालों ने कहा कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिला तो वे 13 अगस्त से पुन: सत्याग्रह के लिए बाध्य होंगे।
प्राचीन कुबेरस्थान शिवमंदिर के महंत चंद्रशेखर ओझा का कहना है कि साक्ष्यों और दलीलों के आधार पर न्यायालय के आदेशानुसार उन्हें इस पद पर बैठाया गया है। ग्रामीणों की तरफ से उन पर लगाए गए सभी आरोप निराधार एवं कूटरचित हैं।
एसओ कुबेरस्थान महेंद्र कुमार चतुर्वेदी का कहना है कि मामला राजस्व विभाग से संबंधित है, जिसकी जांच राजस्व विभाग के वरिष्ठ अधिकारी कर रहे हैं। पुलिस शांति एवं सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने में जुटी है। एसडीएम सदर रामकेश यादव का कहना है कि इस मामले में तीन-चार दिन पहले शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए कार्रवाई की गई थी। इस मामले में जांच प्रक्रिया जारी है। जो नियमसंगत होगा, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।