लखनऊ वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रचार से हालत चिंताजनक होती जा रही है। अब सार्वजनिक स्थानों पर लोग लगातार इसकी चपेट में आते जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश के दो कैबिनेट मंत्रियों की कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण सरकार भी पसोपेश में हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ अब इसको लेकर नए सिरे से मंथन कर रहे हैं। सोमवार को फिर कोरोना वायरस संक्रमण के 4,186 नए केस मिले और 69 लोगों की मौत हो गई। राज्य में इस वक्त 50,893 एक्टिव केस हैं।
कोरोना वायरस से संक्रमण के बढ़ते प्रचार से प्रदेश में भले ही 65 प्रतिशत लोग उबर गए हैं, लेकिन इसका कहर दिन पर दिन बढ़ता ही जा रहा है। राजधानी लखनऊ में हालत सबसे भयानक हैं। चौबीस घंटों के दौरान यहां 595 नए पॉजिटिव केस मिले हैं, जबकि आठ लोगों की मौत हो गई है। लखनऊ में अब भी 7,223 कोरोना के एक्टव केस हैं जो राज्य में सर्वाधिक हैं। लखनऊ के साथ ही कानपुर तथा सीएम योगी आदित्यनाथ की कर्मभूमि गोरखपुर में भी हालत चिंताजनक है। कानपुर में 4435 और गोरखपुर में 2374 एक्टिव केस हैं।
मेरठ में तीन अधिवक्ता पॉजिटिव, मेरठ कचहरी बंद
मेरठ की कचहरी परिसर के तीन अधिवक्ताओं के कोरोना पॉजिटिव मिलने से खलबली मच गई। सोमवार को सैनिटाइज कराने के बाद कचहरी को एक दिन के लिए बंद करने के आदेश जारी किए गए हैं। कचहरी बंद होने से मुकदमों की सुनवाई के लिए आए वादकारी भी बैरंग लौट गए। उधर जब कचहरी के गेट बंद मिले तो अधिवक्ताओं ने नाराजगी व्यक्त की। गेट बंद होने पर तैनात पुलिसकर्मियों ने अधिवक्ताओं व कर्मचारियों को रोकने की कोशिश की, जिससे उनकी पुलिसकर्मियों से तीखी नोकझोंक हुई।
साथ ही जबरन जाने पर धक्का-मुक्की भी हुई। इसके चलते गेट पर भारी भीड़ लग गई। शनिवार व रविवार के अवकाश के बाद सोमवार को कचहरी खुलने थी, लेकिन कोरोना पॉजिटिव मिलने के कारण सोमवार को सुबह नगर निगम की टीम ने पूरे कचहरी परिसर को सैनिटाइज किया। इसके साथ ही जिला जज नलिन कुमार श्रीवास्तव ने सोमवार को कचहरी बंद रखने के आदेश जारी कर दिए।