संतकबीरनगर। उत्तर प्रदेश के संतकबीरनगर में एक अस्पताल की लापरवाही सामने आई है। दरअसल, अस्पताल की ओर से एक शख्स को फोन कर सूचना दी गई कि उसके 27 वर्षीय बेटे की कोविड-19 से मौत हो गई है। जवान बेटे के मौत की सूचना पर घर में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। अस्पताल ने मंगलवार की सुबह एंबुलेंस से शव भेज दिया। पुलिस की मौजूदगी में शव को अंतिम संस्कार के लिए घाट ले जाया गया, जहां शव का चेहरा देखते ही पिता के होश उड़ गए। उन्होंने ऐसी बात कही जिससे वहां मौजूद हर शख्स हैरान रह गया।
दरसअल, बस्ती के कैली अस्पताल में भर्ती युवक जिंदा है और उसकी मौत की सूचना परिजनों को देकर मंगलवार भोर में एबुंलेंस से शव भेज दिया गया। कुआनो नदी के मुखलिसपुर घाट पर पुलिस की मौजूदगी में शव को अंतिम संस्कार को ले जाया गया, जहां पिता ने चेहरा देखा तो बेटे का शव नहीं होने से इनकार कर दिया। शख्स की बात सुनकर सब हैरान रह गए। दरअसल शव धर्मसिंहवा इलाके के महादेवा नानकार के 47 वर्षीय कोविड-19 पॉजिटिव शख्स का था। पॉजिटिव शख्स भी कैली अस्पताल में भर्ती था और सोमवार रात में ही उसकी मौत हो गई थी।
डीएम रवीश गुप्ता के मुताबिक, महुली इलाके के मथुरापुर गांव का 25 वर्षीय युवक बस्ती कैली में कमरा नंबर 229 में बेड नंबर 5 पर भर्ती है और जीवित है। वहीं, धर्मसिंहवा के महादेवा नानकार के रहने वाले कोरोना पॉजिटिव 47 वर्षीय शख्स की मौत कैली में हुई थी। उन्होंने बताया कि फोन से गलत सूचना दिए जाने से गलतफहमी हुई है। मथुरापुर के युवक की रिपोर्ट अभी नहीं आई है। मृतक पॉजिटिव महादेवा नानकार के शख्स के शव का अंतिम संस्कार कोविड के प्रोटोकॉल के अनुसार होगा। इस पूरे प्रकरण की जांच कराई जाएगी।