रिपोर्ट:सैय्यद मकसूदुल हसन
अमेठी । जिलाधिकारी अरुण कुमार के निर्देशन में गरीब कल्याण रोजगार अभियान चलाया जा रहा है। जिसमे आम नागरिकों को जागरूक करने के लिए सूचना, शिक्षा और सम्प्रेषण (आईईसी) की विभिन्न गतिविधियां चलाई गई। जिसमे मनरेगा मे नामांकन कराने हेतु लोगों को मुनादी /लोक उद्घोषण कराकर जागरूक किया गया। प्रवासियों के स्किल मैपिंग के कार्यक्रम औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई), रोजगार कार्यालय (इम्प्लोयमेंट एक्स्चेंज आफिस), श्रम कार्यालय (लेबर आफिस) द्वारा चलाए गए। जनपद के मुख्यालय गौरीगंज तथा सभी 13 ब्लाकों पर सहायता डेस्क और परामर्श (काउन्सलिन्ग) केन्द्रों की स्थापना हुई है। ठोस एवं तरल अपशिष्ट के उचित प्रबंधन हेतु लोगों मे जागरूकता फैलाने के लिए सामुदायिक प्रसाधन, पंचायत भवन और ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन (SLWM) से संबंधित वाल पेंटिंग, पोस्टर, पम्फ्लेट्स, नुक्कड़ सभा, प्रशिक्षण आदि प्रचार माध्यमों को प्रयोग किया गया साथ ही विभिन्न स्थानों पर किसानों को प्रशिक्षित करने का भी कार्य किया गया है। इस अभियान की सफलता स्वरूप मनरेगा के अकुशल श्रमिक काम की तलाश मे आगे आ रहे हैं। जनपद मे साफ-सफाई के विशेष अभियान के तहत सभी 682 ग्राम पंचायतों मे विभिन्न गतिविधियां जैसे झाड काटना, नालियों की सफाई, फागिंग, एंटी लार्वा छिडकाव, आदि चल रहा है। आम जनता ने भी इसमे बढ़-चढ़ कर भाग लिया है। जिला मुख्यालय गौरीगंज पर गरीब कल्याण रोजगार अभियान के लिए एक अलग सेल बनाया गया है। जिलाधिकारी द्वारा प्रतिदिन इसकी समीक्षा बैठक (रिव्यू मीटिंग) की जाती है। केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा की जाने वाली वीडियो कान्फ्रेंसिंग मे अधिकारियों की सक्रिय भागीदारी रहती है जिससे इससे मिलने वाले लाभों को उचित पात्रों तक पहुंचाया जा सके। जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न योजनाओं के माइक्रो प्लान तैयार किए जा चुके हैं। अमेठी जनपद मे इन योजनाओं का लाभ आम जनता को मिल रहा है। इन सभी प्रयासों से लोग नौकरी, प्रशिक्षण जैसे विभिन्न अवसरों को प्राप्त करने के लिए आगे आ रहे हैं। सफाई अभियान के दौरान बहुत से लोग पर्यावरण सुरक्षा तथा संरक्षण के लिए श्रमदान करने हेतु आगे आ रहे हैं। स्थानीय स्तर की जरूरतों के मुताबिक प्रवासी रोजगार के अवसर प्राप्त कर रहे हैं। कुल निर्धारित 20,67,720 श्रम दिवस के लक्ष्य के सापेक्ष 4,09,249 श्रम दिवस सृजित हो चुके हैं। विभिन्न योजनाओं मे व्यय हेतु निर्धारित लक्ष्य 149.96 करोड़ के सापेक्ष 33.28 करोड़ खर्च किया जा चुका है। कुल प्रवासियों की संख्या 47,589 है। जिसमे से अकुशल श्रम के इच्छुक 14,080 प्रवासियों को मनरेगा मे रोजगार दिया गया है और जिसमे से 9,411 नए जाब कार्ड सृजित हुए हैं। जिलाधिकारी ने कहा है की सभी लक्ष्य निर्धारित समय सीमा मे प्राप्त कर लिए जाएंगे।