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गाजियाबाद । वैशाली सेक्टर-3 एफ में शुक्रवार तड़के करीब साढ़े तीन बजे एक सीसीटीवी फुटेज में तेंदुए जैसा जानवर दिखाई दिया। मकान मालिक उस वक्त 3 दिन की छुट्टियों पर शहर से बाहर गए हुए थे। उनके घर के बाहर लगे सीसीटीवी फुटेज को उन्होंने अपने फोन पर देखा, जिसमें उन्होंने तेंदुए जैसा एक जानवर होने की आशंका जताई। हालांकि पिछले 4 दिन से ऐसे कोई सुराग नहीं मिला हैं जिससे ये साबित हो कि जानवर तेंदुआ ही है। आरडब्ल्यूए की सूचना पर वन विभाग के रेंजर ने टीम के साथ पूरे इलाके का सर्वे किया लेकिन तेंदुए जैसा दिखने वाला जानवर के कोई सुराग नहीं मिले। फिलहाल वन विभाग की 3 टीम इस जानवर को ढूंढने में लगी हुई हैं। हालांकि राहत की बात ये है कि अब तक किसी के हताहत होने की या किसी पर हमला करने की खबर सामने नहीं आई है।

वन विभाग ने नोएडा, दिल्ली, फरीदाबाद के रेंजर को अवगत कराने के साथ ही अलर्ट कर दिया है। वहीं जहां वन्य क्षेत्र हैं वहां पर सचिर्ंग की जा रही है।

हालांकि वैशाली इलाके में तेंदुआ दिखने पर लोग दहशत में आ गए हैं। वहीं जब से इस घटना के बारे में पता चला है लोग बाहर निकलने से भी कतरा रहे हैं।

डीएफओ दीक्षा भंडारी ने आईएएनएस को बताया, “1 अगस्त को मुझे ये सूचना प्राप्त हुई जिसके बाद अपनी टीम को तत्काल भेज दिया था। फिलहाल पिछले 4 दिन से हमें कोई ऐसे निशान नहीं मिले हैं जिससे ये साबित हो सके कि ये तेंदुआ ही है। हालांकि हमें स्थानीय लोगो की परवाह है और हम सर्वे के अलावा लोगों से बातचीत भी कर रहे है।”

उन्होंने बताया, “हमने अपनी 3 टीमें लगा रखी हैं जो की गश्त लगा रही हैं। फिलहाल सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक, यह जानवर कैट फैमिली का लग रहा है। जिसमें जंगली बिल्ली, तेंदुआ और अन्य प्रकार के जानवर आते हैं। जिनकी एक दिन में 100 किमी तक चलने की क्षमता है। घनी आबादी का क्षेत्र होने की वजह से इलाके में तेंदुआ के आने की संभावना बेहद कम है। ”

“हमने अपने कई सीनियर्स को भी ये वीडियो दिखाई है। हमने वीडियो में ये भी पाया कि जब वो बाइक के पास आता है तो उसका साइज बहुत छोटा लगता है। हालांकि तेंदुआ या शेर जो होते है वो साइज में बड़े होते हैं। यदि ये तेंदुए का बच्चा भी है तो वो अकेला नहीं होता, फिलहाल हमारी टीम पेट्रोलिंग कर रही है। हम किसी तरह की कोई लापरवाही नहीं करना चाहते हैं।”