कानपुर। पुलिस की साठ टीमें मोस्टवांटेड विकास दुबे की तलाश में जुटी हैं, उसके मध्य प्रदेश और राजस्थान भाग जाने की आशंका बढ़ गई है। वहीं पुलिस ने विकास की बहू, नौकरानी और एक पड़ोसी को गिरफ्तार किया है। मुठभेड़ में शहीद हुए आठ पुलिस जवानों के परिवार को जिले पुलिसकर्मी और अधिकारी एक दिन वेतन देंगे।
-शहर के विजय नगर में तीन लावारिस कार मिलने के बाद विकास दुबे से कनेक्शन को लेकर संदेह के घरे में आए ब्रह्मनगर के जय बाजपेयी को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। हालांकि तीनों कारें जय बाजपेयी के नाम नहीं थी लेकिन कार मालिकों ने जय द्वारा उनके नाम से कार खरीदने की जानकारी दी थी।
-काकादेव पुलिस छानबीन में उनका कोई कनेक्शन विकास से ढूंढ सकी थी। अब एसटीएफ ने जय बाजपेयी से पूछताछ शुरू की है और विकास दुबे से कनेक्शन तलाशने में जुटी है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि जय ब्याज और बीसी का काम करता है। इसमें तमाम लोग अपना पैसा लगाते हैैं।
-बिकरू हत्याकांड में पुलिस ने सोमवार रात विकास के दिवंगत भतीजे संजय दुबे उर्फ संजू की पत्नी क्षमा, मुठभेड़ में पकड़े गए नौकर दयाशंकर अग्निहोत्री की पत्नी रेखा और पड़ोसी सुरेश वर्मा को भी गिरफ्तार कर लिया। तीनों पर दबिश के दौरान बदमाशों को पुलिस कर्मियों के मूवमेंट की सूचना देने और हत्या करने के लिए उकसाने का आरोप है। उनके खिलाफ साजिश रचने की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है।
-हाईवे पर कानपुर देहात और उन्नाव के टोल प्लाजा पर विकास दुबे का पोस्टर चस्पा करने के बाद अब पुलिस अफसरों ने नगर समेत आसपास जिलों में तैनात प्रत्येक सिपाही के मोबाइल फोन पर विकास दुबे की फोटो भेज दी है ताकि यदि कहीं किसी पर संदेह हो तो तत्काल फोटो से मिलान करके सूचना दे सकें।
-बिकरू में मुठभेड़ में शहीद हुए सीओ व अन्य पुलिस कर्मियों के परिवार के लिए जिले के पुलिस अधिकारी व कर्मचारी अपना एक दिन का वेतन देंगे, इस बाबत सभी ने मिलकर यह सहमति जताई है। पुलिस अफसरों ने जल्द ही चेक शहीदों के स्वजन को सौंपने की बात कही है।
हमले के दौरान पुलिस कर्मियों के मूवमेंट की जानकारी दे रहा था पड़ोसी
चौबेपुर थाना प्रभारी कृष्णमोहन राय के मुताबिक सुरेश वर्मा का घर बिकरू गांव में विकास के घर के पास ही है। जब विकास और उसके साथी पुलिस टीम पर गोलीबारी कर रहे थे, तब सुरेश उनकी हौसलाअफजाई कर रहा था। वह पुलिस को देखकर चिल्लाकर बदमाशों से कह रहा था कि आज कोई बचकर न जाए। पुलिस कर्मी जब आड़ लेकर छिप रहे थे तो उनके बारे में भी सूचना दे रहा था। क्षमा दुबे विकास के भतीजे संजू की पत्नी होने के साथ ही हमले में नामजद अमर दुबे की मां है।
फायङ्क्षरग के दौरान कुछ पुलिसकर्मी क्षमा से उसके मकान में शरण लेकर जान बचाने के लिए दरवाजा खोलने के लिए कह रहे थे, लेकिन क्षमा ने दरवाजा नहीं खोला। इतना ही नहीं, सीढ़ी के रास्ते अपने मकान की छत पर आकर उसने पुलिसकर्मियों के छिपे होने की जानकारी बदमाशों को दी थी। इसके बाद बदमाशों ने छतों से उतरकर पुलिस कर्मियों की हत्या कर दी थी।
विकास की नौकरानी रेखा अग्निहोत्री ने भी पुलिस टीम के आने की सूचना हमलावरों को दी। वह चिल्लाकर कह रही थी कि मारो इनको, कोई बचकर जाने न पाए। उसने विकास के सामने वाले मकान की दीवार की आड़ में छिपे दो पुलिस वालों के बारे में भी हमलावरों को बताया था। इसके बाद बदमाशों ने उन पुलिसकर्मियों को भी ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी थी।
क्षमा के पति पर भी दर्ज थे मुकदमे
क्षमा का पति संजय दुबे भी शातिर अपराधी था और विकास के साथ ही वारदातों में शामिल रहा था। थाने में उसकी हिस्ट्रीशीट भी खुली थी। कई वर्ष पूर्व एक सड़क हादसे में संजय की मौत हो गई थी, फिर उसके बेटे अमर का हाथ विकास ने थाम लिया और वारदात को अंजाम देने के लिए उसे साथ ले जाने लगा।
पुलिस परिवार बांट रहा शहीदों के परिवारों का दर्द
मुठभेड़ में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद उनके स्वजन गम में बेहाल हैं। नम आंखों से वह हर पल दुर्दांत हत्यारे विकास के लिए भगवान से मौत की सजा मांग रहे हैैं। इस घड़ी में पुलिस परिवार उनका दर्द बांटने में जुटा है। एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बताया कि सभी अधिकारियों व कर्मचारियों ने स्वेच्छा से अपना एक माह का वेतन इन परिवारों को देने की बात कही है। जल्द चेक शहीदों के स्वजन को दिए जाएंगे।