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बरेली। आईवीआरआई के डायरेक्टर डॉ. आरके सिंह ने बताया कि जांच में जो तथ्य सामने आए हैं, उनसे साफ हो रहा है कि चमगादड़ों की मौत गर्मी से हुई है। दरअसल, मौत के जो लक्षण सामने आए हैं, उनमें दो वजह दिख रही हैं।  गोरखपुर में 300 से ज्यादा चमगादड़ों की मौत की वजह भीषण गर्मी रही। आईवीआरआई के वैज्ञानिकों ने चमगादड़ाें के तीन शव का बुधवार को पोस्टमार्टम करने के बाद यह निष्कर्ष निकाला। गोरखपुर के खजनी रेंज के बेलघाट स्थित एक बाग में तीन सौ से अधिक चमगादड़ मृत पाए गए थे।

इसके बाद गोरखपुर से बुधवार को टीम तीन चमगादड़ों के शव लेकर आईवीआरआई पहुंची थी। यहां शाम को पोस्टमार्टम किया गया, लेकिन तब वजह स्पष्ट नहीं हो पाई। गुरुवार को वैज्ञानिकों ने कुछ और जांचें कीं, तब मौत की वजह साफ हुई।

एक तो भीषण गर्मी का होना, दूसरे करंट लगना। जहां चमगादड़ों की मौत हुई है, वहां बिजली की लाइनें ही नहीं हैं। लिहाजा यह साफ है कि चमगादड़ों की मौत गर्मी से ही हुई है।

आईवीआरआई डायरेक्टर ने बताया कि इस दौरान रैबीज और कोरोना की भी जांच की गई। दोनों ही जांचे निगेटिव आईं हैं। यानी चमगादड़ों की कोरोना या रैबीज से मौत होने का जो संदेह जताया जा रहा था, वह निर्मूल साबित हुआ है। इसे लेकर घबराने की जरूरत नहीं है।