देवरिया। देवरिया के जिला अस्पताल में एक मरीज को स्ट्रेचर पर एक महिला आगे से खींच रही है। पीछे से छोटा बच्चा धकेल रहा है। इसका वीडियो बना कर किसी ने सोशल मीडिया में वायरल कर दिया। इसे लेकर जिला अस्पताल प्रशासन की व्यवस्था पर सवाल खड़ा हो गया है। अस्पताल सीएमएस डॉ छोटेलाल ने अनभिज्ञता जताते हुए जांच कर कार्रवाई की बात कही है। सोशल मीडिया पर लोग जमकर इस पर अपनी भड़ास निकाल रहे हैं। जिलाधिकारी अमित किशोर ने जिला अस्पताल पहुंचकर मामले की जांच की। जिसके बाद सीएमएस ने जिम्मेदार वार्ड ब्वाय छोटेलाल को पुरुष सर्जिकल वार्ड से हटा दिया गया।
मारपीट में घायल को इलाज के लिए ले आए थे परिजन
बरहज थाना क्षेत्र के गौरा गांव निवासी छेदी यादव मारपीट में दो दिन पूर्व घायल हो गए थे। उन्हें देवरिया जिला अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में उनके स्वजन भर्ती कराए है। छेदी यादव की बेटी बिन्दू ने बताया कि दो दिन से वह अपने पिता के साथ जिला अस्पताल में उनकी सेवा में लगी हैं। यहां उन्हें ड्रेसिंग के लिए बीच-बीच में ड्रेसिंग रूम में वार्ड से ले जाना पड़ता है। बिंदू देवी ने बताया कि अस्पताल के कर्मचारी हर बार स्ट्रेचर के लिए 30 रुपए की मांग करते हैं। मैने रुपये देने से मना किया तो अस्पताल कर्मियों ने छेदी यादव को ड्रेसिंग के लिए ले जाने से इन्कार कर दिया।
अस्पताल कर्मियों ने मांगे रुपये, न देने पर स्ट्रेचर ले जाने से मना किया
अस्पताल कर्मियों के मना करने के बाद बिंदू देवी अपने छह साल के बेटे शिवम की मदद से पिता को ड्रेसिंग रूम तक ले गईं। इसी दौरान किसी ने वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया में वायरल कर दिया। वीडियो वायरल होने के बाद अस्पताल में हड़कंप मचा हुआ है। सीएमएस ने कहा कि इसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है वीडियो
आठ सेंकेंड के इस वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया। सोशल मीडिया पर कुछ लोग अधिकारियों तो कुछ लोग सरकार को निशाने पर ले रहे हैं। लोग अस्पताल के कर्मचारियों, अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
डीएम ने गठित की जांच टीम
जिलाधिकारी अमित किशोर ने वार्डब्वाय द्वारा रिश्वत मामले की जांच के लिए उप जिलाधिकारी की अध्यक्षता में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी की संयुक्त टीम गठित की है। टीम को अतिशीघ्र रिपोर्ट देने को कहा गया है।
वीडियो वायरल होते ही अस्पताल पहुंचे जिलाधिकारी
अस्पताल में महिला व मासूम को स्ट्रेचर खींचते हुए का वीडियो वायरल होने के बाद सोमवार को जिलाधिकारी अमित किशोर जिला अस्पताल पहुंच कर पूरी जानकारी ली तथा अस्पताल प्रबंधन को फटकारा। जिलाधिकारी ने बताया कि एसडीएम व एसीएमओ की संयुक्त टीम गठित किया है। जांच रिपोर्ट आने पर दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस कर्मियो ने डांट कर भगाया: बिंदु
मारपीट में घायल पिता को लेकर थाने व पुलिस चौकी गई बेटी बिंदु देवी कोपुलिसकर्मियों ने भगा दिया और कहा कि पहले जाओ इलाज कराओ।
स्ट्रेचर पर ले जाने के लिए मांगे रुपये
पीड़ित की बेटी बिंदू ने बताया कि जिला अस्पताल में अपने पिता को लेकर भर्ती कर आई हूं पट्टी बदलवाने के लिए जब स्ट्रेचर की मांग की तो वार्ड में मौजूद एक महिला जो दाई का काम करती है, उसने 30 रुपए की मांग की मेरे पास पैसे नहीं थे। इसलिए खुद स्ट्रेचर लेकर अपने मासूम बच्ची के साथ पट्टी बदलवाने गई। स्ट्रेचर देने से पहले मेरा आधार कार्ड भी जमा कराया गया।
सर्जिकल वार्ड में दाई की तैनाती नहीं: सीएमएस
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ छोटेलाल ने बताया कि बिंदु देवी के पिता जिस वार्ड में भर्ती हैं वहां किसी दाई की तैनाती नहीं है, एक पुरुष वार्ड ब्वॉय ड्यूटी थी। उसे हटा दिया गया है। यदि किसी महिला ने स्ट्रेचर के लिए रिश्वत की मांग की है तो इस बिंदु पर भी जांच की जा रही है।