आगरा। वरिष्ठ भाजपा नेता रामपाल सिंह यादव का ढाई साल पहले अगवा पुत्र बटेश्वर के बीहड़ से लौटकर आया है। यह बरामदगी बड़ी मुश्किल से हो पाई है। दो दिन पहले कोई अज्ञात व्यक्ति आकर उनकी कार में बटेश्वर के बीहड़ इलाके में आने का संदेश लिखी पर्ची छोड़ गया था और पुत्र के सुराग देने पर घोषित इनाम को मांगे जाने की बात भी इसमें लिखी थी। ढाई साल से बेटे की बरामदगी के लिए भाजपा नेता लखनऊ से लेकर दिल्ली और अधिकारियों के चक्कर काट रहे थे। इसके बाद चले रेस्क्यू ऑपरेशन में बेटे की सकुशल घर वापसी के बाद घर में सभी के चेहरों पर खुशियां लौट आई हैं।
न्यू आगरा के केंद्रीय हिंदी संस्थान रोड स्थित शील विहार कॉलोनी निवासी रामपाल सिंह यादव वरिष्ठ भाजपा नेता हैं। उनका पुत्र अभिषेक (17 वर्ष) आठ दिसंबर 2017 को घर से निकलने के बाद लापता हो गया था। मामले में पूर्व एमएलसी ने न्यू आगरा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रामपाल यादव इसी के बाद से बेटे की बरामदगी के लिए अधिकारियों से लेकर लखनऊ और दिल्ली के चक्कर काट रहे थे। भाजपा नेता ने बताया कि उनका एक निर्माणाधीन मकान शाहदरा क्षेत्र में हैं। वह चोरी की सूचना पर 31 मई को वहां गए थे। इसी दौरान कोई चुपचाप उनकी गाड़ी में पर्ची लगा गया। उसे खोलकर देखा तो बटेश्वर का पता लिखा हुआ था। इसमें वहां पर बेटा मिलने और घोषित इनाम देने की बात लिखी थी।
भाजपा नेता ने बताया कि वह रिश्तेदारों और सुरक्षाकर्मी के साथ पर्ची पर लिखे पते बटेश्वर के बीहड़ में गए। वहां करीब एक घंटे की तलाश के बाद उनका बेटा बीहड़ में अर्ध बेहोशी की हालत में पड़ा मिला। उसे घर लेकर आने के अगले दिन उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस अधिकारियों को दी।
लॉकडाउन में लौटी खुशियां
रामपाल सिंह यादव के परिवार की खुशियां लॉकडाउन में लौटीं। भाजपा नेता और उनकी पत्नी अंजना यादव व नानी विमला यादव ने ऐसा कोई मंदिर और दरगाह नहीं छोड़ी, जहां उन्होंने बेटे के सकुशल घर लौटने के लिए माथा न टेका हो। पूर्व एमएलसी ने बेटे का ठोस सुराग देने वाले या उसे बरामद कराने वाले को ढाई लाख रुपये इनाम रखा था।
अधिकारियों से मिले, कहा बेटे को न करें परेशान
भाजपा नेता ने बताया कि वह विधायक योगेंद्र उपाध्याय के साथ एडीजी से मिले। उनसे निवेदन किया है कि पुलिस अब उनके बेटे से पूछताछ के नाम पर परेशान नहीं करे। बेटे की मानसिक स्थिति अभी ठीक नहीं है।वह बुरी तरह से डरा हुआ है। नींद में भी डर जाता है, उसे सामान्य होने में काफी समय लगेगा। अभिषेक से बात करने की कोशिश भी की गई। मगर उनके पिता ने कहा कि उसकी मानसिक स्थिति अभी ठीक नही है, इसलिए उन्होंने खुद भी उससे कुछ नही पूछा है। उन्होंने एडीजी से मिलकर उनसे भी कहा है कि बेटे से फिलहाल पुलिस कोई पूछताछ नही करे। जब तक कि वह सामान्य न हो जाये।