बाराबंकी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को जलशक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह के साथ जिले के बांसगांव स्थित एल्गिन चरसडी तटबंध पर बाढ़ से राहत कार्य की तैयारी का निरीक्षण किया। कार्य की सुस्त गति देख मुख्यमंत्री का पारा चढ़ गया। उन्होंने नाराजगी जताते हुए मुख्यमंत्री ने पंद्रह दिन में काम पूरा करने के लिए एक हजार श्रमिकों को प्रतिदिन काम पर लगाने का का आदेश बाढ़ खंड के अधिकारियों को दिया। शनिवार को मुख्यमंत्री एक बजकर 48 मिनट पर बांसगांव में हेलीपैड पर उतरे।
मुख्यमंत्री ने पहले अपने पार्टी के सांसद, विधायक व नेताओं से मुलाकात की। हेलीपैड से एक किलोमीटर दूर पर 28 करोड़ की लागत से बाढ़ खंड गोंडा तटबंध की मरम्मत व स्पर निर्माण कार्य करा रहा है। मुख्यमंत्री ने कार्य स्थल पर जाकर उसमें तेजी लाने के निर्देश दिए। गुणवत्ता से समझौता न करने की बात कही। दरियाबाद विधायक सतीश चंन्द्र शर्मा, कैसरगंज सांसद बृजभूषण शरण सिंह, करनैलगंज विधायक कुंवर अजय प्रताप सिंह, डीएम बाराबंकी डॉ आदर्श सिंह, सीडीओ मेघा रूपम, नगर पंचायत टिकैतनगर के चेयरमैन जगदीश प्रसाद गुप्ता आदि मौजूद रहे।
मंत्री ने अधिशासी अभियंता से जताई नाराजगी
एल्गिन चरसडी तटबंध पर मुख्यमंत्री के आने से पहले जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने तटबंध का निरीक्षण किया। तटबंध की सुरक्षा के लिए बनाए जा रहे पांच स्परों के निर्माण की गति सुस्त होने पर अधिशासी अभियंता बाढ़ कार्य खंड उत्कर्ष भरद्वाज से नाराजगी जताई। मंत्री ने कहा एल्गिन चरसड़ी तटबंध 43 किलोमीटर लंबा है। गोंडा व बाराबंकी जिले के तटवर्ती गांवों को बाढ़ से बचाने के लिए हर स्तर से काम किए जा रहे हैं।