उन्नाव । जिले के मौरावां थाना क्षेत्र में तीन दिन पहले मिले युवती के शव की पुलिस ने पहचान कर ली है। युवती रायबरेली जनपद के लालगंज कोतवाली क्षे़त्र की रहने वाली थी। उसकी हत्या किसी और ने नहीं, उसके पिता ने की थी।शव मिलने के दूसरे दिन मौरावां क्षेत्र में एक मकान में लगे सीसीटीवी में बेटी को बाइक पर ले जाते पिता की तस्वीर पुलिस द्वारा वायरल किए जाने से हत्यारोपी पिता ने जेल जाने के डर से बबूल के पेड़ से लटककर जान दे दी। फंदे से लटकी तस्वीर वायरल होकर मौरावां पुलिस तक पहुंची तो एसओ ने लालगंज पुलिस की मदद से युवती की पहचान करने के साथ हत्या के रहस्य से पर्दा उठा दिया।
रायबरेली की सीमा से जुड़े मौरावां-गुरूबक्सगंज मार्ग पर मौरावां थाना क्षेत्र के गुलरिहा गांव के निकट 30 जुलाई गुरुवार की सुबह 20 वर्षीय युवती का शव नाले में पड़ा मिला था। शव की पहचान नहीं हो पाई थी। शनिवार 1 अगस्त को पुलिस ने घटनास्थल से 3 किमी दूर एक घर में लगे सीसीटीवी की फुटेज देखी। जिसमें बिना नंबर की नई बाइक पर एक 45 साल के युवक के साथ युवती पीछे बैठी दिखी। पुलिस ने युवक व युवती के पंफलेट छपवाकर रायबरेली जिले के कई तहसील क्षेत्रों में बंटवाए। रविवार देर शाम रायबरेली के लालगंज कोतवाली क्षेत्र के आलमपुर ग्रामसभा के मजरा पूरेनवरंगपुर गांव निवासी 45 वर्षीय अमरपाल की बबूल के पेड़ से लटकी तस्वीर वायरल होकर मौरावां एसओ राजेंद्र रजावत के पास पहुंची।
सीसीटीवी फुटेज में बाइक सवार युवक की फोटो अमरपाल से मिलती देख, मौरावां एसओ आनन-फानन में लालगंज कोतवाली पहुंचे और सीसीटीवी फुटेज से मिली बाइक सवार युवक की तस्वीर वहां की पुलिस को दिखाई। पुलिस ने तस्वीर देखते ही अमरपाल के रूप में पहचान कराई।
लालगंज पुलिस ने एसओ मौरावां राजेंद्र रजावत को बताया कि शनिवार शाम को आलमपुर गांव के पंचमुखी हनुमान मंदिर के निकट रेलवे ट्रैक के पास अमरपाल का शव बबूल के पेड़ से लटका मिला था। पहचान होने पर रविवार को शव का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया गया।
परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया। लालगंज पुलिस से जानकारी लेने के बाद एसओ मौरावां राजेंद्र रजावत मृतक अमरपाल के घर पहुंचे तो सारा माजरा खुलकर सामने आ गया। अमरपाल के परिजनों ने बताया कि वह बुधवार 29 जुलाई को बड़ी बेटी रोशनी का बोर्डिंग स्कूल में दाखिला कराने की बात कह उसे बाइक से लेकर चला गया था।