लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परिवहन निगम की नवीन परियोजनाओं का लोकार्पण/ शिलान्यास किया। योगी ने कहा, कोरोना संकट काल में राज्य सड़क परिवहन निगम के अधिकारियों ने प्रवासियों और छात्रों को उनके घर तथा गांव तक लौटने की सुविधा प्रदान करने के लिए दिन-रात काम किया। इससे साबित होता है कि परिवहन निगम लोगों का दोस्त है। कहा जाता है कि जरूरत पड़ने पर जो काम आए वही दोस्त कहलाता है। आपदा के समय परिवहन निगम इस पर खरा उतरा है।
उन्होंने आगे कहा, आपदा के दौरान भी कौशल दिखा पाना, एक बड़ी चुनौती होती है। जब लॉकडाउन की कार्यवाही प्रारंभ हुई, तब दिल्ली बॉर्डर पर लाखों की संख्या में जमावड़ा शुरू हो गया, लोग पैदल चल रहे थे, उस समय मैंने मंत्रियों एवं परिवहन विभाग के अधिकारियों को बुलाया। हमने मंत्रियों और अधिकारियों से कहा कि इस समस्या का समाधान निकालना ही चाहिए और देखते ही देखते-देखते परिवहन विभाग के अधिकारीगण, चालक-परिचालकों एवं सभी लोगों ने अपनी जिम्मेदारी को निभाते हुए पूरी तत्परता के साथ कार्य किया। मुझे याद है जब कोविड-19 को लेकर लॉकडाउन प्रांरभ ही हुआ था। तब परिवहन निगम ने यह विश्वास जगाया था कि हम हर समय उपलब्ध रहेंगे। प्रयागराज कुंभ का सफ लतापूर्वक आयोजन कराने में परिवहन निगम ने एक बड़ी भूमिका का निर्वहन किया था।
योगी ने कहा, आज प्रदेशवासियों को अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा प्रदान करने के संकल्प के साथ नया बस स्टेशन उपलब्ध हो रहा है। इसके साथ ही आने वाले समय में कुछ और नए बस स्टेशन उपलब्ध होंगे। यह परिवहन विभाग की अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है।
मुख्यमंत्री ने लखनऊ में अवध, सीतापुर में नैमिषारण्य, चित्रकूट, बस्ती, गोंडा और बुलंदशहर में बस अड्डों का लोकार्पण किया। इसके साथ ही कन्नौज, जालौन, मुरादाबाद, औरैया, एटा, जौनपुर और कौशाम्बी समेत सात बस अड्डे का शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री आवास के सामने से बसों को हरी झंडी दिखाकर आगे के सफ र के लिए रवाना भी किया। इस अवसर पर सांसद मोहनलालगंज कौशल किशोर, परिवहन मंत्री अशोक कटारिया व मुख्य सचिव आर.के. तिवारी भी मौजूद थे।