img

[object Promise]

गोरखपुर। पिता रोज सुबह से शाम तक ठेले पर गन्ने का जूस बेचते हैं ताकि उनके पांच बच्‍चे पढ़ सकें। ब’चों को भी पिता के संघर्ष की कद्र है और अपनी मेहनत से वे उसे सार्थक भी कर रहे हैं। यूपी बोर्ड हाईस्कूल की परीक्षा में जिले में 10वां स्थान पाने वाली रुक्मिणी गुप्ता की सफलता से उनका पूरा परिवार प्रफुल्लित है।

आगे चलकर बनना चाहती हैं आइएएस अधिकारी

ज्योति इंटर कॉलेज नाहरपुर की छात्रा रुक्मिणी ने 89.67 फीसद अंकों के साथ हाईस्कूल की परीक्षा में 10वां स्थान प्राप्त किया है। उनके पिता कमलेश गुप्ता अपने सभी ब’चों को पढ़ा-लिखाकर कामयाब बनाना चाहते हैं। कमलेश चार बेटियों और एक बेटे के पिता हैं। उनके लिए आज का दिन काफी गौरवशाली है। रुक्मिणी ने जहां जिले में शीर्ष-10 विद्यार्थियों में अपना नाम दर्ज कराया वहीं बड़ी बेटी चंद्रमणि ने भी 71 फीसद अंकों के साथ हाईस्कूल पास किया। परिवार में इसके पहले किसी ने हाईस्कूल पास नहीं किया था। रुक्मिणी कहती हैं कि वह बड़े होकर आइएएस अधिकारी बनना चाहती हैं ताकि अपने पिता का सपना पूरा कर सकें। कॉलेज के प्रधानाचार्य रवि प्रकाश यादव ने कहा कि छात्रा पढऩे में काफी होनहार है। आर्थिक कमजोरी उसकी पढ़ाई में आड़े नही आने दी जाएगी। कॉलेज के संस्थापक संतराज यादव द्वारा छात्रा को दस हजार रुपए नगद पुरस्कार देने की घोषणा की गयी। रुक्मिणी की माता मीना गुप्ता ने कहा कि वह अपने बच्‍चों को कामयाब देखना चाहती हैं।

जेल में बंद दहेज हत्या का आरोपित प्रथम श्रेणी हुआ पास

जिला कारागार में बंद दहेज उत्पीडऩ के आरोपित ने यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की है। पिपराइच का रहने वाला शैलेंद्र कुमार सिंह दो साल से गोरखपुर जेल में बंद है। वरिष्ठ जेल अधीक्षक डॉ. रामधनी ने बताया कि बंदी ने इंटरमीडिएट की परीक्षा देने के लिए आवेदन किया था। गोरखपुर जेल में परीक्षा कराई गई थी। फैजाबाद जेल के बंदी नजीर खान ने भी गोरखपुर जेल में हाईस्कूल की परीक्षा दी थी। वह भी प्रथम श्रेणी में पास हुआ है।

परीक्षा देने के बाद भी 24 छात्राएं अनुपस्थित

यूपी बोर्ड परीक्षा के परिणाम में न्यू पब्लिक कॉलिजिएट इंटर कॉलेज हरदतपुर की 24 छात्राओं को अनुपस्थित दिखाया गया है। इंटर कामर्स, बायोलॉजी व गणित की इन छात्राओं का कहना है कि उन्होंने सभी प्रश्पपत्रों की परीक्षा दी थी। परिणाम देख वे काफी परेशान हैं। प्रधानाचार्य विनय कुमार ओझा ने बताया कि कोई भी छात्रा किसी भी विषय में अनुपस्थित नहीं हुई थी। इसकी शिकायत यूपी बोर्ड के क्षेत्रीय सचिव से की जाएगी।

पिछले वर्ष की तुलना में सुधरा जिले का परीक्षा परिणाम

हाईस्कूल व इंटर दोनों के ही परीक्षा परिणामों में गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष सुधार हुआ है। 2019 में हाईस्कूल की परीक्षा में 79.81 फीसद छात्र-छात्राएं सफल हुए थे। जबकि इस बार सफल होने वाले परीक्षार्थियों का फीसद 82.10 है। इसी तरह इंटर के परीक्षाफल में सुधार हुआ है। गत वर्ष 65.66 फीसद की तुलना में इस वर्ष 71.42 फीसद परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। आंकड़ों पर नजर डालें तो 2019 में जिले में हाईस्कूल में कुल 81619 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। इनमें 41588 छात्र व 40031 छात्राएं थीं। 37140 छात्र व 36876 छात्राओं समेत 74016 परीक्षार्थी परीक्षा में सम्मिलित हुए, जिनमें से 28213 छात्र व 30858 छात्राएं उत्तीर्ण रहीं। परीक्षा में जहां 75.76 छात्र सफल रहे। वहीं छात्रों को पीछे छोड़ते हुए 83.68 छात्राएं कामयाब हुईं थीं। इस साल हाईस्कूल में 41232 छात्र व 37697 छात्राओं समेत कुल 78929 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। इनमें से 37430 छात्र व 35270 छात्राओं समेत कुल 72700 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए, जिनमें से 29378 छात्र व 30311 छात्रा सहित 59689 परीक्षार्थी उत्तीर्ण घोषित किए गए है। यदि फीसद में देखें तो कुल सफल 82.10 परीक्षार्थियों में 78.49 छात्र व 85.94 छात्राएं इस बार परीक्षा में सफल रहीं।

56.90 छात्र व 74.73 छात्रा सफल रहीं

इंटरमीडिएट की परीक्षा में इस साल 36284 छात्र व 33674 छात्रा समेत कुल 69958 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। इनमें से 32527 छात्र व 31391 छात्रा सहित 63918 परीक्षार्थी परीक्षा में सम्मिलित हुए। जबकि 18509 छात्र व 23457 छात्रा समेत 41966 उत्तीर्ण रहे। फीसद में देखें तो उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं में से 56.90 छात्र व 74.73 छात्रा सफल रहीं। जबकि वर्ष-2020 की इंटर की परीक्षा में 37588 छात्र व 31528 छात्रा समेत कुल 69116 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। परीक्षा में 36765 छात्र व 31010 छात्रा सहित 67775 शामिल हुए। परीक्षा में सफल 48408 परीक्षार्थी रहे। इनमें 23053 छात्र व 25353 छात्राएं शामिल रहीं। उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या फीसद में देखें तो 71.42 फीसद सफल रहे। इनमें 62.71 छात्र व 81.76 छात्राएं रहीं।