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लखनऊ। राजधानी में शुक्रवार को केजीएमयू के एक चिकित्सक और एक पीएसी जवान समेत 23 मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई। ऐसे में राजधानी में कुल मरीजों की संख्या 727 हो गई है। संक्रमित मरीजों में पांच महिलाएं और 18 पुरुष शामिल हैं। संक्रमितों में ठाकुरगंज का एक, मौलवीगंज का एक, रेलवे कॉलोनी का एक, आलमबाग का दो, विराट खंड के दो, विकासखंड का एक, पार्क रोड का एक, कमता चिनहट में तीन, अवध विहार में दो, रहीमाबाद में एक, विवेकखंड में एक, विधायकपुरम में एक, पीएसी जवान एक, इंदिरानगर में एक, मीना मार्केट में एक, तेलीबाग में एक, शाहमीना रोड का एक रोगी पाए गए हैं। उधर, केजीएमयू के कोविड वार्ड में ड्यूटी कर रहे जूनियर डॉक्टर में भी कोरोना की पुष्टि हुई है। वह क्वारंटाइन पीरियड में चल रहे थे। उन्हें आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। वहीं, अब शहर में कुल 32 कंटेनमेंट जोन हो गए हैं।

नौ हजार लोगों का जुटाया स्वास्थ्य ब्योरा

सीएमओ की टीम ने 1929 घरों का भ्रमण किया। इस दौरान 9184 लोगों का स्वास्थ्य ब्योरा जुटाया। वहीं, 466 संदिग्ध लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए। सैंपल के लिए तीन सदस्यीय 22 टीमें लगाई गई हैं। कोरोना की लड़ाई के लिए तीन सौ डेंटल डॉक्टर तैयार नेशनल मेडिकोज ऑर्गेनाइजेशन ने डेंटल टास्क फोर्स का गठन किया है। इसमें प्रदेश के करीब 300 डॉक्टरों को जोड़ा गया है। इन डॉक्टरों को कोविड की ट्रेनिंग दी जाएगी। शुक्रवार से केजीएमयू में प्रशिक्षण शुरू हो गया है। कार्यक्रम में कुलपित प्रो. एमएलबी भट्ट, टास्क फोर्स के नोडल ऑफिसर डॉ. कपिल देव शर्मा मौजूद रहे।

अब तुरंत मिलेगा कोरोना संदिग्ध का शव

अस्पतालों में संदिग्ध मरीज की मौत पर परिवारजन को शव तुरंत दे दिया जाएगा। स्टाफ शव से कोविड-19 जांच के लिए नमूना ले लेगा। इसके बाद प्रोटोकॉल के तहत परिवारजन को शव सौंप दिया जाएगा। अभी रिपोर्ट आने पर ही शव दिया जाता था। इस दौरान मरीजों को 12 से 24 घंटे तक इंतजार करना पड़ता था।

चार निजी अस्पतालों की यूनिट 24 घंटे के लिए सील

कोरोना मरीजों से संक्रमित होने के बाद शहर के चार निजी अस्पतालों की कई यूनिट को अगले 24 घंटे के लिए बंद कर दिया गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी की ओर से मरीजों के सीधे संपर्क में आए डॉक्टरों और स्टाॅफ की सूची तैयार करने के साथ ही उन्हें क्वारंटाइन रहने का निर्देश भी दिया गया है। नियमानुसार पांचवें दिन सभी के नमूने लेकर कोरोना जांच कराई जाएगी। एसीएमओ डॉ अनूप श्रीवास्तव ने बताया कि चार निजी अस्पतालों की यूनिट को बंद किया गया है। इसमें रिदा हाॅस्पिटल, फातिमा व कृष्णा पाॅलीक्लीनिक का नाम शामिल है। सीएमओ के आदेश के बाद अस्पताल के संक्रमित हुए वार्ड को सैनिटाइज कराने के बाद 24 घंटे के लिए सील करा दिया गया है। ताकि उधर किसी भी स्टाफ या मरीज की आवाजाही नहीं हो सके।

दो कोरोना मरीजों को केजीएमयू से छुट्टी

कोरोना संक्रमण से मुक्त हो रहे मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। शुक्रवार को केजीएमयू से दो कोरोना मरीजों को स्वस्थ होने के बाद छुट्टी दे दी गई। घर भेजने से पहले इन सभी को सैनिटाइज कराया गया और अगले 14 दिन तक क्वारंटाइन में रहने के नियम समझाए गए। इस दौरान बरते जाने वाले सभी एहतियात के प्रति जागरूक किया गया। दोनों कोरोना मरीज करीब भर्ती होने के करीब दो हफ्ते बाद डिस्चार्ज हुए हैं।

मरीजों के साथ उचित व्यवहार का निर्देश

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेंद्र अग्रवाल के निर्देश पर एसीएमओ डाॅ मनोज कुमार ने शुक्रवार को कानपुर रोड स्थित लेबल-1 कोविड ईएसआइसी अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने भर्ती कोरोना संदिग्ध मरीजों से बातचीत कर अस्पताल में मिल रही सुविधाओं के बारे में उनका संतुष्टीकरण जाना। इस दौरान उन्होंने अस्पताल के स्टाफ व डॉक्टरों को मरीजों के साथ उचित व्यवहार करने का निर्देश दिया। 45 बेड की क्षमता वाले अस्पताल में 30 कोरोना संदिग्ध भर्ती पाए गए। निरीक्षण के दौरान शौचालय, आइसोलेशन वार्ड आदि में सफाई व्यवस्था संतोषजनक पाई गई।

सेक्टर 12 बिस्मिल पार्क का नगर आयुक्त ने किया निरीक्षण

राजाजीपुरम सेक्टर 12 स्थित पण्डित राम प्रसाद बिस्मिल पार्क के पास एक परिवार के तीन लोग कोरोना पाजीटिव आने के बाद नगर निगम ने गुरुवार की रात इलाके के छह प्वाइंटों पर बैरीकेडिंग लगाकर सील किया। शुक्रवार सुबह नगर आयुक्त डा इन्द्रमणि त्रिपाठी ने इलाके का निरीक्षण किया। साथ ही कर्मचारियों को सैनिटाइजेशन का निर्देश भी दिया। पूर्व में इस इलाके के सील नहीं होने पर एक स्थानीय व्यक्ति ने सीएम योगी को ट्वीट भी किया था।