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सहारनपुर। जमीयत उलमा ए हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने दिल्ली दंगों पर दायर पुलिस की चार्जशीट को एकतरफा और भेदभावपूर्ण बताया है। कहा कि जमीयत पीडि़तों को न्याय दिलाने के लिए सभी संभव कानूनी तरीके अपनाएगी। इसके लिए वकीलों की टीम गठित कर दी गई है।

कहा- यह दंगा नहीं पुलिस एक्‍शन

शनिवार को जारी बयान में मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि भारत में कहीं भी दंगा हो तो वह दंगा नहीं बल्कि पुलिस ऐक्शन होता है। दिल्ली दंगों में भी पुलिस की यही भूमिका रही है। उन्होंने दिल्ली दंगों में पुलिस की चार्जशीट को एकतरफा बताया। कहा कि आइबी अधिकारी अंकित शर्मा और कांस्टेबल रतन लाल की मृत्यु के मामले में दर्जनों मुसलमानों को नामजद कर चार्जशीट बनाई गई है।

भड़काऊ भाषणों को जिम्‍मेदार बताया

दिल्ली दंगों के लिए कपिल मिश्रा, अनुराग ठाकुर और प्रवेश वर्मा के भड़काऊ भाषण और बयानों को जिम्मेदार बताया। मदनी ने कहा कि कोरोना काल में जब पूरा देश भय के साये में जीने को मजबूर हैं। ऐसे समय में भी नफरत की राजनीति का खेल जारी है। मुस्लिम अल्पसंख्यकों के खिलाफ अपने गुप्त एजेंडे को पूरा करने के लिए राजनेताओं की ओर से पुलिस का प्रयोग किया जा रहा है, जो निंदनीय है।