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कानपुर । मई माह में बीते ढाई माह की री डग के आधार पर बिल जारी होने से बिजली उपभोक्ताओं को चूना लगने की खबर प्रसारित होने के बाद प्रावधिक शिक्षामंत्री कमलरानी ने संज्ञान लिया है। उन्होंने इस मुद्दे को सही ठहराते हुए मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर बिजली उपभोक्ताओं को राहत देने का आग्रह किया है। उन्होंने माह मार्च व अप्रैल का अलग-अलग बिल जारी कराने का अनुरोध किया है।

मार्च माह के अंतिम सप्ताह मे लॉकडाउन के चलते यूपीपीसीएल ने सभी डिस्काम को डोर टू डोर मीटर री डग पर रोक लगा औसत आधार पर सिर्फ एसएमएस वाट्सएप्प व ई मेल से बिल भेजने के निर्देश दिए थे। लॉकडाउन-4 में छूट मिलने के बाद मई के अंतिम पखवारे से मीटर रीडर बिलिंग को पहुंचने लगे तो मार्च के प्रथम सप्ताह से मई के अंतिम पखवारे के बीच करीब ढाई माह की रीडिंग को अप्रैल माह के बिल में शामिल कर देने से अधिकतर उपभोक्ता उच्चतम उपभोग के स्लैब में पहुंच गए है। ऐसे में उपभोक्ताओं को प्रति माह जमा करते आए बिल से कही अधिक की बिलिंग की गई है।

इससे उनपर आर्थिक बोझ बढ़ने और बिजली कंपनी द्वारा मनमाने ढंग से वसूूली को प्रदेश की मंत्री कमलरानी ने संज्ञान लिया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश भर के करोड़ों विद्युत उपभोक्ताओं की इस परेशानी को ऊर्जा मंत्री और यूपीपीसीएल के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक के साथ वार्ता करके भी उठाएंगी और निजात दिलाएंगी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर प्रकरण से अवगत कराया है और माह मार्च व अप्रैल का अलग-अलग बिल जारी कराने का अनुरोध किया है। ताकि प्रदेश भर के बिजली उपभोक्ताओं को रहात दिलाई जा सके।