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रिपोर्ट ज़ाहिद अली
गल्ला बांटते समय काफी लोगों की भीड़ लगाए रहता है।गरीव लोगों से उनका हक छीना जा रहा है । लेकिन प्रशासन कोई ध्यान नही दे रहा है। जबकि सरकार का आदेश है कि जिनके राशन कार्ड नही हैं उनको भी राशन दिया जाये जबकि कनपरी का कोटेदार सरकार के आदेश के विपरीत काम कर रहा है।गल्ले में घटतौली भी करता है हर यूनिट पर 500 ग्राम कम गल्ला देता है और चने हर कार्ड पर 900 ग्राम ।जहां लॉक डाउन में गरीब लोगों के साथ दो बक्त की रोटी की दिक्कतें हैं और ऐसे भ्रस्टाचारी कोटेदार गरीबों का हक़ छीन कर अपना पेट भर रहे हैं लेकिन इन गरीबों की तरफ किसी का भी ध्यान नही जा रहा हैं न ही प्रसासनिक अधिकारियों का और न ही जनप्रतिनिधियों का। लॉक डाउन में कोटेदार जमकर गोलमाल करते जा रहे हैं

आखिर इनपर कोई कार्यवाही क्यों नही होती।अधिकतर कोटेदार सीना ठोककर भ्रस्टाचार कर रहे हैं क्योंकि उनपर उनके ही बिभाग के कर्मचारियों का हाथ रखा हुआ है ।घटतौली की शिकायतें हर कोटे से आती हैं कोई भी कोटेदार पूरा गल्ला नही देता लेकिन कोई कार्यवाही नही कोटेदारों पर।इस बार हर कोटेदार ने कार्ड पर 900 ग्राम चने दिए हैं।

कोटेदार एक दबंग आदमी है और उसे गांव के अन्य दबंग लोगों का भी संरक्षण प्राप्त है जिनमें गांव के पूर्व प्रधान समेत अन्य लोग शामिल हैं कोटेदार के पक्ष्य में है ।