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लखनऊ। कोरोना वायरस के संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हर स्तर पर पूरी सावधानी व सतर्कता बरतने पर जोर दिया है। संक्रमण से बचाव के लिए उन्होंने लोगों को मास्क के अनिवार्य उपयोग और दो गज की दूरी बनाये रखने के लिए जागरूक करने का निर्देश दिया है। अनलॉक-3 के बारे में केंद्र सरकार की गाइडलाइंस का प्रदेश में सख्ती से पालन कराने का निर्देश देने के साथ ही उन्होंने कंटेनमेंट जोन के अंदर और बाहर की गतिविधियों को निर्धारित दिशा-निर्देशों के अनुसार संचालित करने को कहा है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर उच्चस्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा के दौरान 1.15 लाख कोविड-19 टेस्ट प्रतिदिन करने पर संतोष जताने के साथ डोर टू डोर सर्वे और कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग को तत्परता से करने को कहा। उन्होंने कोरोना संक्रमित व्यक्ति को समय से चिन्हित करते हुए उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करने की व्यवस्था को सुदृढ़ रखने पर बल दिया। राज्य मुख्यालय स्थित इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में चिकित्सा शिक्षा विभाग के विशेष सचिव स्तर के अधिकारी को तैनात करने का निर्देश देते हुए योगी ने कहा कि इससे यह सेंटर बेहतर ढंग से काम कर सकेगा। मुख्यमंत्री ने अतिरिक्त एंबुलेंस वाहनों की व्यवस्था के लिए सीएसआर फंड का उपयोग करने के भी निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक के दौरान बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में प्रभावित लोगों को हर संभव राहत और मदद उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। बाढ़ से प्रभावित जनता को राहत सामग्री उपलब्ध कराने के साथ उनके इलाज की भी समुचित व्यवस्था करने के लिए कहा। पशुओं के चारे और राहत कार्यों के लिए अतिरिक्त नावों की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। गौ आश्रय स्थलों में गोवंश के लिए हरे चारे की समुचित व्यवस्था करने के साथ उन्होंने वहां सफाई और गोवंश के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने को भी कहा। मुख्यमंत्री ने सभी मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारियों को अपने जिले के गौ आश्रय स्थलों का नियमित निरीक्षण करने को कहा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संतकबीरनगर में गौ आश्रय स्थल की समस्त व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने तथा गोवंश के लिए हरे चारे की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य राज्य मंत्री अतुल गर्ग, मुख्य सचिव आरके तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टंडन, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा व शासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।