उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के सभी अधिकारियों को प्रतियोगी परीक्षाएं आयोजित करने के दौरान सामाजिक दूरी मानदंडों को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि राज्य में प्रवेश परीक्षाओं के दौरान विशाल जमावड़े की अनुमति नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि आवश्यकता हुई तो और परीक्षा केंद्रों की स्थापना की जानी चाहिए। बता दें कि कल उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) परीक्षा आयोजित की, जिसमें मात्र 44 प्रतिशत उम्मीदवार उपस्थित हुए। प्रदेश के 18 जिलों के 1127 केंद्रों पर दोपहर 12 से 2 बजे की शिफ्ट में परीक्षा आयोजित की गई थी। आयोग के सचिव ने बताया कि खंड शिक्षा अधिकारी परीक्षा के लिए 5,28,314 उम्मीदवारों ने रजिस्ट्रेशन कराया था, जिसमें से 2,33,393 उम्मीदवार शामिल हुए।
लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने परीक्षा आयोजित करने के दौरान एक केंद्र का दौरा किया। उन्होंने सामाजिक दूरी का पालन करने लेकर अधिकारियों को निर्देश दिया था कि एक कमरे में निश्चित संख्या में, यानी कुछ अभ्यर्थियों को ही बैठने की अनुमति दी जानी चाहिए। यह उनके अनुसार आवश्यक था, ताकि सुरक्षा के मद्देनजर सामाजिक दूरियों के मानदंडों का पालन किया जा सके। जिलाधिकारी ने यह भी बताया कि परीक्षा के दौरान उम्मीदवारों को फेस मास्क पहनना अनिवार्य किया गया था।
बता दें कि हाल ही में उत्तर प्रदेश शिक्षा विभाग ने राज्य में कोविड-19 के बढ़े हुए मामलों के बावजूद बीएड प्रवेश परीक्षा आयोजित की थी। शिक्षा विभाग के सचिव के अनुसार, कोरोनोवायरस महामारी के बीच सफलता पूर्वक परीक्षा आयोजित करना महामारी के खिलाफ एक जीत माना गया था। बता दें कि राज्य में कई प्रतियोगी परीक्षाओं का आयोजन किया जाता है। जैसा कि राज्य सरकार ने पहले सूचित किया था कि स्थिति अनुकूल होने से पहले कोई परीक्षा आयोजित नहीं की जाएगी। कई लोक सेवा आयोग की परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं। अब उम्मीदवार जल्द ही परीक्षाएं आयोजित होने की उम्मीद कर रहे हैं।