नई दिल्ली : कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को राज्य में कोरोना वायरस से मरीजों की बढ़ती संख्या पर चिट्ठी लिखी है. दो पन्नों की लिखी इस चिट्ठी में उन्होंने लिखा कि राज्य में कल 2500 मामले सामने आए हैं. नए मरीजों की संख्या में बाढ़ सी आई है. महानगरों के अलावा गांव भी इससे अछूते नहीं है. प्रियंका गांधी ने लिखा है कि आपकी सरकार ने ‘नो टेस्ट, नो कोरोना’ की पॉलिसी अपना रखी है. जिससे स्थिति विस्फोटक हो गई है. जब तक पारदर्शी तरीका नहीं अपनाया जाएगा, लड़ाई अधूरी रहेगी और हालात और भयावह होती जाएगी.
उन्होंने कहा कि अस्पतालों की हालत बहुत ही खराब है. लोग इस कोरोना से कम व्यवस्था से डर रहे हैं. यही कारण है कि लोग टेस्ट कराने के लिए नहीं आ रहे हैं. यह सरकार के लिए असफलता है. कोरोना का डर दिखाकर भ्रष्टाचार हो रहा है जिस पर लगाम न लगाई गई तो हालात विपदा में बदल जाएंगे. कांग्रेस नेता ने कहा कि आपकी सरकार की ओर से दावा किया गया कि डेढ़ लाख बेड की व्यवस्था कर ली गई है लेकिन 20 हजार मरीज आने के बाद ही अफरातफरी मच गई है. उन्होंने सवाल किया कि अगर अस्पतालों में अगर भीड़ है तो यूपी सरकार महाराष्ट्र और दिल्ली की तरह अस्थाई अस्पताल क्यों नहीं बना रही है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बनारस के सांसद हैं, रक्षामंत्री लखनऊ से सांसद हैं और कई मंत्री उत्तर प्रदेश हैं तो फिर वाराणसी, लखनऊ और आगरा जैसे शहरों में अस्थाई अस्पताल क्यों नहीं खोले जा सकते हैं. इसके साथ ही प्रियंका गांधी ने होम आइसोलेशन पर भी योगी सरकार को सलाह देते हुए कहा कि इसे आनन-फानन में लागू नहीं किया जा सकता है. प्रियंका गांधी ने आगे लिखा, ‘महोदय, स्थिति गंभीर होती जा रही है. आपसे आग्रह करती हूं कि सिर्फ प्रचार या न्यूज मैनेज करने से ये लड़ाई नहीं लड़ी जा सकती है’