लखनऊ। डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने शनिवार को दिन में 12 बजकर पांच मिनट पर लोक भवन में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड परीक्षा 2020 का परिणाम घोषित कर दिया। हाईस्कूल तथा इंटर परीक्षा के परिणाम का छात्र-छात्राओं को लम्बे समय से इंतजार था। लखनऊ में पहली बार हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा का परिणाम घोषित किया गया।
डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि इस बार हाई स्कूल व इंटरमीडिएट दोनों का रिजल्ट पिछले साल की तुलना में अच्छा गया है। डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि हाईस्कूल का परिणाम पिछले वर्ष से काफी अच्छा आया है। हाईस्कूल में 83.31 फीसद परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। छात्राओं का उत्तीर्ण प्रतिशत 87.22 है। बालिकाओं का उत्तीर्ण प्रतिशत बालकों की अपेक्षा 7.10 प्रतिशत बालकों की अपेक्षा अधिक है। इंटरमीडिएट में 74.63 फीसद विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। इंटरमीडिएट का पास परसेंटेज 74.50 रहा। बालिकाओं का उत्तीर्ण प्रतिशत 13 प्रतिशत बालकों की अपेक्षा अधिक है।
हाईस्कूल में रिया जैन पुत्री भारत भूषण ने तो इंटरमीडिएट में अनुराग मलिक पुत्र प्रमोद मलिक ने टॉप किया है। दोनों ही छात्र बागपत के बडौत के श्री राम एसएन इंटर कॉलेज के हैं। हाईस्कूल की टॉपर रिया जैन को 600 में से 580 अंक यानी 96.67 परसेंट मिले हैं। वहीं इंटरमीडिएट के टॉपर अनुराग मलिक को 500 में से 485 अंक यानी 97 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए।
हाईस्कूल टॉपर्स
हाई स्कूल में बागपत की रिया जैन ने 96 दशमलव 67 फीसद अंक प्राप्त कर पहला स्थान प्राप्त किया। दूसरे नंबर पर बाराबंकी के अभिमन्यु वर्मा 95.83 फीसद अंक पाकर रहे। बाराबंकी के ही योगेश प्रताप सिंह तीसरे नंबर पर रहे उन्हें 95.33 फीसद अंक मिले हैं। हाईस्कूल की की टॉपर रिया जैन ने एकाग्रता को सफलता का मूलमंत्र बताते हुए कहा कि प्रतिदिन 14-15 घंटे की पढ़ाई करती थीं। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार को दिया है।
- रिया जैन : श्रीराम एसएन इंटर कॉलेज बड़ौत, बागपत-96.67%
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अभिमन्यु वर्मा : श्री साईं इंटर कॉलेज बाराबंकी-95.83%
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योगेश प्रताप सिंह : सद्भावना इंटर कॉलेज बाराबंकी-95.33%
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गौरव चित्रगुप्त : इंटर कॉलेज मुरादाबाद- 94.83%
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शोभित कुमार : अनुभव इंटर कॉलेज कानपुर- 94.83%
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शिवानी वर्मा : सरदार सिंह कन्वेंट सुलतानपुर-94.83%
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नितेश कुमार : श्री साईं इंटर कॉलेज बाराबंकी-94.67%
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अंशिका बघेल : एसडीएन बीएसएम इंटर कॉलेज फतेहाबाद, आगरा-94.67%
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हिमांशी विश्वकर्मा : एसबीएम आईसी रघुवंश पुरम, फतेहपुर- 94.67%
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रिशभ सिंह : रामरूप मेमेरियल इंटर कॉलेज-94.50%।
प्रदेश टॉपर रिया बनना चाहती हैं अंग्रेजी की प्रोफेसर
यूपी बोर्ड की परीक्षा में प्रदेश में टाप करने वाली हाईस्कूल की रिया जैन अंग्रेजी विषय की प्रोफेसर बनना चाहती हैं। कठिन परिश्रम से 96.67 फीसदी अंक लाने वाली रिया के पिता भारत भूषण माता की चुनरी व वेडिंग दुपट्टा बनाने का काम करते हैं। माता कविता जैन, अपने पिता और अपने स्कूल श्रीराम इंटर कालेज को सफलता का श्रेय देने वाली रिया का मानना है कि कठिन परिश्रम से हर लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। बागपत के बड़ौत अंतर्गत हिलवाड़ी ग्राम की रहने वाली मध्यम वर्गीय परिवार की सदस्य रिया कुल चार भाई-बहनों में दूसरे नंबर की हैं। रिया जैन ने 600 में से 580 अंक प्राप्त किए हैं, वह प्रतिदिन 15 घंटे पढ़ती थीं।
इंटरमीडिएट टॉपर्स
इंटरमीडिएट में बागपत के अनुराग मलिक ने पहला स्थान प्राप्त किया उन्हें 97 फीसद अंक प्राप्त हुए हैं। दूसरे नंबर पर प्रयागराज के प्रांजल 96 प्रतिशत अंक पाकर रहे और तीसरे नंबर पर औरैया के उत्कर्ष शुक्ला 94.80 फीसद अंक प्राप्त कर रहे।
- अनुराग मलिक, 483 मार्क्स, 97 फीसदी, श्रीराम एसएम इंटर कॉलेज बड़ौत, बागपत
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प्रांजल सिंह, 480 मार्क्स, 96 फीसदी, एसपी इंटर कॉलेज, सिकारो कोरांव, प्रयागराज
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उत्कर्ष शुक्ला, 474 मार्क्स, 94.80 फीसदी, श्री गोपाल इंटर कॉलेज, उन्नाव
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वैभव द्विवेदी, 472 मार्क्स, 94.40 फीसदी, ब्रिलिएंट अकादमी इंटर कॉलेज उन्नाव
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आकांक्षा, 470 मार्क्स, 94 फीसदी, श्री विश्वनाथ इंटर कॉलेज, कलां सुल्तानपुर
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गरिमा कौशिक, 469 मार्क्स, 93.80 फीसदी, श्रीराम इंटर कॉलेज बड़ौत
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पूजा मौर्य, 468 मार्क्स, 93.60 फीसदी, धर्मा देवी बद्री प्रसाद एसआईसी कुरवर सुल्तानपुर
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अंकुश राठौर, 465 मार्क्स, 93 फीसदी, पंडित डीन दयाल उपाध्याय एसवीएमएसवीएम इंटर कॉलेज
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मनु मिश्रा, 465 मार्क्स, 93 फीसदी, जय मां एसजीएमआईसी राधा नगर फतेहपुर
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केशव, 464 मार्क्स, 92.80 फीसदी, लखनऊ पब्लिक कॉलेज, बी ब्लॉक राजाजी पुरम लखनऊ
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रिद्धिमा, 463 मार्क्स, 92.60 फीसदी, त्रिवेणी काशी इंटर कॉलेज, उन्नाव।
इंटर टॉपर अनुराग का सपना आइएएस बनना
बागपत जिले के बड़ौत स्थित श्रीराम शिक्षा मंदिर इंटर कालेज के अनुराग मलिक ने यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट की परीक्षा में टॉप किया है। अनुराग ने 500 में से 485 अंक प्राप्त किए। अनुराग ने बताया कि उनका सपना भविष्य में आइएएस बनना है। उन्होंने इस परीक्षा के लिए 15 से 16 घंटे तक की पढ़ाई की। अनुराग 10वीं में 92 फीसद अंकों के साथ जिला टॉपर रहे थे। ग्राम सिलाना निवासी अनुराग परिवार के साथ बड़ौत में छपरौली चुंगी पर रहते है। उनके पिता प्रमोद मलिक की इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों की दुकान है। उनकी मां का नाम पारूल जैन है। अनुराग दो भाई हैं। उनका कहना है कि लक्ष्य को साधने के लिए उन्होंने सालभर मेहनत की थी। उन्होंने केवल पढ़ाई पर फोकस किया और जो लक्ष्य तय किया था, उसे हासिल कर लिया।
उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि इस बार 10वीं व 12वीं की परीक्षा में कुल 51,30,481 परीक्षार्थी शामिल हुए। जिसमें 10वीं में 27,44,976 परीक्षार्थी व 12 में 23,85, 505 परीक्षार्थी शामिल रहे। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में इस परीक्षा परिणाम अच्छे रहे। इस परीक्षा में सम्मिलित प्रदेश के 27,72,656 परीक्षार्थियों में से 14,90,814 बालक और 12,81,842 बालिकाएं हैं। इनमें से 11,90,888 बालक और 11,18,914 बालिकाएं उत्तीर्ण हुई हैं। बालकों का उत्तीर्ण प्रतिशत 79.88 और बालिकाओं का उत्तीर्ण प्रतिशत 87.29 है। बालिकाओं का उत्तीर्ण प्रतिशत बालकों के उत्तीर्ण प्रतिशत से 7.41 अधिक है।
यूपी के उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि कोरोना के संक्रमण काल में यह परिणाम घोषित होना बड़ी उपलब्धि है। दो करोड़ 96 लाख कॉपियों का को 21 दिनों में जांचना भी बड़ी उपलब्धि है। शर्मा ने कहा कि इस बार नकल विहीन परीक्षा हो इसके लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए थे। लखनऊ से परीक्षा केंद्रों का लइव मॉनीटरिंग की जा रही थी। इस बात परीक्षा में तकनीक का पूर उपयोग किया गया। इस बार पहली बार इंटरमीडिएट में कंपर्टमेंट की व्यवस्था की गई है। यानी जो उनुत्तीर्ण हुए हैं उन्हें भी फिर उत्तीर्ण होने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि हमने इस बार रिकॉर्ड समय में हमने परीक्षा सम्पन्न कराई। हाईस्कूल की परीक्षा 12 दिन तथा इंटरमीडिएट परीक्षा को 15 दिन में पूरा कराया। नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए हमने हाईटेक व्यवस्था की थी। उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि इस बार 10वीं व 12वीं की परीक्षा में कुल 51,30,481 परीक्षार्थी शामिल हुए। जिसमें 10वीं में 27,44,976 परीक्षार्थी व 12 में 23,85, 505 परीक्षार्थी शामिल रहे। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में इस परीक्षा परिणाम अच्छे रहे।
यूपी के उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि हमने हर तरफ सुचिता का खयाल रखा। इस बार 7783 परीक्षा केंद्र बनाए गए है, वर्ष 2017 की अपेक्षा काफी कम थे। पहला बार यूपी बोर्ड में एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू किया गया। आज पाठ्यक्रम की पुस्तकों के दाम साठ फीसद तक कम हैं।
प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा अराधना शुक्ला ने कहा कि कोरोना काल में इननी बड़ी परीक्षा का परिणाम घोषित कर उत्तर प्रदेश आज इतिहास रचने जा रहा है।
10वीं
2019- 80.07%
2020- 83.31%
12वीं
2019- 70.06%
2020- 74.63%
हाईस्कूल परीक्षा में 30,02,290 संस्थागत परीक्षार्थी, 22,190 व्यक्तिगत परीक्षार्थी, कुल 30,24,480 परीक्षार्थी पंजीकृत हुए थे, जिनमें से 27,53,185 संस्थागत, 19,471 व्यक्तिगत, कुल 27,72,656 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए। 22,97,140 संस्थागत, 12,662 व्यक्तिगत, 23,09,802 परीक्षार्थी उत्तीर्ण घोषित हुए। संस्थागत परीक्षार्थियों का उत्तीर्ण प्रतिशत 83.44, व्यक्तिगत परीक्षार्थियों का उत्तीर्ण प्रतिशत 65.03 और कुल परीक्षार्थियों का उत्तीर्ण प्रतिशत 83.31 है।
यूपी बोर्ड परीक्षा परिणाम में बागपत का डंका
- इंटर में 97 फीसद अंक के साथ अनुराग मलिक ने प्रदेश में किया टाप
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हाईस्कूल में 96.67 फीसद अंक पाकर रिया जैन प्रदेश में अव्वल
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दोनों ही होनहार बड़ौत स्थित श्रीराम इंटर कालेज के छात्र
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प्रदेश में छठवां स्थान पाने वाले 10वीं के उज्जवल व 12वीं की गरिमा कौशिक भी इसी कालेज के।
परीक्षार्थी रिजल्ट घोषित होने के बाद हाई स्कूल और इंटर की परीक्षाओं के रिजल्ट को बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट upresults.nic.in और upmsc.edu.in पर देख सकेंगे।
उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा दिन में 12 बजे 10वीं व 12वीं के परिणाम एक साथ घोषित करेंगे। परीक्षार्थियों को वेबसाइट पर परिणाम देखने के लिए डेढ़ घंटे का और इंतजार करना होगा। परिणाम घोषित होने के बाद परीक्षार्थी अपना रिजल्ट बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट पर दोपहर डेढ़ बजे से देख सकेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बच्चों का उत्साह बढ़ाया, किया ट्वीट
बोर्ड की परीक्षाओं 2020 में शामिल होने वाले लाखों परीक्षार्थी अपना परीक्षाफल जानने को लेकर बेहद उत्सुक हैं। इनके नतीजे आने से पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बच्चों का उत्साह बढ़ाया। बोर्ड परीक्षा के नतीजे आने से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ट्वीट करके लिखा, मेरे प्यारे बच्चों, आज यूपी बोर्ड का परीक्षाफल आना है। वैसे परीक्षा व परीक्षाफल आत्म विश्लेषण का माध्यम मात्र हैं। अत: प्रत्येक परीक्षाफल को सहजतापूर्वक स्वीकार करना ही श्रेष्ठ है। प्रभु श्री राम की कृपा से आप सभी को मनोनुकूल परीक्षाफल की प्राप्ति हो।
480591 ने परीक्षा छोड़ दी
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की 2020 की परीक्षा में करीब 56,11,072 विद्यार्थी पंजीकृत थे लेकिन, इसमें से 480591 ने परीक्षा छोड़ दी थी। ऐसे में 51,30,481 परीक्षार्थियों का ही रिजल्ट घोषित किया जाएगा। कोरोना महामारी के बीच यूपी बोर्ड ने संक्रमण से बचाव के सभी जरूरी उपायों के साथ करीब तीन करोड़ से अधिक कापियों का मूल्यांकन कराकर रिजल्ट तैयार कराया।
यूपी बोर्ड का रिजल्ट विद्यार्थी वेबसाइट www.upresults.nic.in, upmsp.edu.in, upmspresult.nic.in और upmsp.nic.in पर देख सकेंगे। बोर्ड का रिजल्ट तैयार हो चुका है और किसी भी तरह की चूक न हो इसके लिए माध्यमिक शिक्षा परिषद के अधिकारियों ने शुक्रवार को ही इसकी टेस्टिंग कर तैयारी को पुख्ता किया है। हाईस्कूल में 30,24,632 पंजीकृत परीक्षार्थियों में 16,62,334 छात्र व 13,62,298 छात्राएं पंजीकृत हैं। वहीं इंटर में 25,86,440 पंजीकृत परीक्षार्थियों में 14,64,604 छात्र व 11,21,836 छात्राएं पंजीकृत हैं।
तीन दिन में छात्रों को स्कूलों से मिलेगा अंक पत्र
कोरोना संकट के कारण इस बार चलते इस बार छात्र-छात्राओं को डिजिटल अंक पत्र और प्रमाण पत्र दिए जाएंगे। हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के अंक व प्रमाण पत्र को वेबसाइट से डाउनलोड कर स्कूलों से छात्रों को वितरित किए जाएंगे। डिजिटल अंक पत्र और प्रमाण पत्र तीन दिनों के अंदर स्कूलों के प्रधानाचार्य के माध्यम से छात्रों को मिल जाएगा।
मार्कशीट पर बार कोड
इस वर्ष से यूपी बोर्ड की मार्कशीट पर एक बार कोड भी दिया होगा। बार कोड का प्रयोग करके मार्कशीट को आसानी से ऑनलाइन वैरीफाई किया जा सकेगा।
अनुत्तीर्ण को निराश होने की जरूरत नहीं
वैसे अनुत्तीर्ण होने वाले छात्रों को निराश होने की जरूरत नहीं है। उन्हें इस बार यूपी बोर्ड खास रियायतें देने जा रहा है। हाईस्कूल में एक विषय में अनुत्तीर्ण होने वाले छात्र का परिणाम उत्तीर्ण होगा। परीक्षार्थी चाहे तो अनुत्तीर्ण विषय की इंप्रूवमेंट परीक्षा देकर उसमें भी पास हो जाए। इससे उसे नया अंक सहप्रमाणपत्र मिलेगा और उत्तीर्ण प्रतिशत भी बढ़ जाएगा। यदि वह इस परीक्षा में शामिल नहीं होता है,तो भी उसका रिजल्ट उत्तीर्ण है। हाईस्कूल में ही यदि कोई परीक्षार्थी छह में से दो विषयों में अनुत्तीर्ण है तो वह कंपार्टमेंट परीक्षा का दावेदार होगा। यानी वह चाहे तो अनुत्तीर्ण होने वाले दो विषयों में से किसी एक विषय की परीक्षा दे दें और यदि उसमें उत्तीर्ण होता है तो वह पास हो जाएगा, उसे साल भर बाद हाईस्कूल की दोबारा पूरी परीक्षा नहीं देनी होगी।
अब बात इंटरमीडिएट परीक्षा की। यदि कोई परीक्षार्थी एक विषय में अनुत्तीर्ण है तो वह चाहे तो अनुत्तीर्ण विषय की कंपार्टमेंट परीक्षा पास करके 12वीं उत्तीर्ण हो जाएगा। उसे वर्ष भर बाद दोबारा इंटर की परीक्षा नहीं देनी होगी। इसी तरह से हाईस्कूल व इंटर के हर परीक्षार्थी के पास उत्तर पुस्तिका का फिर से मूल्यांकन कराकर अंक व परिणाम की श्रेणी बदलाने का मौका है। इस संबंध में बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव का कहना है कि परीक्षार्थी के हित में बेहतर करने का प्रयास है। छात्रों को निराश होने की आवश्यकता नहीं है। उपलब्ध मौकों का वे फायदा उठाएं।
मालूम हो कि यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटर की परीक्षाएं 18 फरवरी से शुरू हुईं थी। हाईस्कूल की परीक्षा तीन मार्च को और इंटर की परीक्षा छह मार्च को खत्म हुई थी। इसके बाद मूल्यांकन कार्य शुरू हुआ था लेकिन 18 मार्च को इसे स्थगित कर दिया गया। कोरोना महामारी के चलते लाकडाउन के कारण कापियों का मूल्यांकन नहीं हो पा रहा था लेकिन, पांच मई को ग्रीन जोन के 20 जिलों में और 12 मई को आरेंज जोन के जिलों में और 19 मई को रेड जोन के 19 जिलों में दोबारा मूल्यांकन शुरू किया गया। हाईस्कूल की कापियों के मूल्यांकन के लिए 92,570 परीक्षक और इंटर के लिए 54,185 परीक्षा तैनात किया गया। कुल 1,46,755 परीक्षकों ने हाईस्कूल व इंटर की 30961577 कापियों का मूल्यांकन किया।
2019 में लड़कों पर भारी रहीं लड़कियां
बीते साल 2019 में यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट की परीक्षा में 64.40 प्रतिशत छात्रों और 76.46 प्रतिशत छात्राओं को सफलता मिली थी।
12वीं में लड़कियों ने किया था कमाल
पिछले साल यानी 2019 की 12वीं में बागपत की तनु तोमर ने टॉप किया, जबकि गोंडा से भाग्यश्री उपाध्याय और इलाहाबाद आकांक्षा शुक्ला भी टॉपर रहीं थीं।