लखनऊ। एक तरफ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना के खिलाफ जंग में प्रदेश की अगुआई कर रहे हैं। दूसरी तरफ अराजक तत्व उनका सरकारी आवास उड़ाने की धमकी दे रहे हैं। यूपी के डायल-112 के वॉट्सऐप पर मेसेज करके उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आवास समेत 50 जगहों पर बस विस्फोट की धमकी दी गई है। इस धमकी के बाद पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया है। लखनऊ के कालिदास मार्ग पर स्थित मुख्यमंत्री आवास की सुरक्षा बढ़ाने के साथ-साथ इलाके की छानबीन शुरू कर दी गई है। मौके पर बम स्क्वॉड और डॉग स्क्वॉड के साथ-साथ भारी मात्रा में पुलिस तैनात कर दी गई है।
कालिदास मार्ग पर सीएम योगी आदित्यनाथ और ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा के अलावा कई और मंत्रियों का सरकारी आवास है। पास में ही कई आईएएस अधिकारियों और विधायकों के भी सरकारी बंगले मौजूद हैं। ऐसे में धमकी मिलने के बाद पूरा पुलिस महकमा अलर्ट हो गया है। इस मामले पर उच्च अधिकारियों की बैठक चल रही है। साथ ही यह भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि धमकी देने वाला कौन है और उसकी मंशा क्या है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा को अब और अभेद्य बनाने की कवायद की जा रही है। जानकारी की मानें तो अब केंद्र सरकार की एसपीजी यानी (Special Protection Group) की तर्ज पर एसएसजी यानी (Special Security Group) का गठन किया जाएगा। माना जा रहा है कि प्रदेश स्तर पर तैयार हो रहे इस सुरक्षा दस्ते में पीएसी और एटीएस के कमांडो शामिल होंगे। इसके लिए अपर पुलिस महानिदेशक सुरक्षा की तरफ से एसएसजी के गठन का प्रस्ताव भेजा जा चुका है। यही नहीं, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी भी इस प्रस्ताव पर काफी समय से काम कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिस तरह से अचानक दौरे पर पहुंचते हैं, ऐसे में उनकी सिक्यॉरिटी का जिम्मा एसपीजी के साथ-साथ स्थानीय पुलिस के पास रहता है। एसएसजी के गठन के साथ ही सुरक्षा व्यवस्था और दुरुस्त हो जाएगी। इससे यूपी पुलिस की चुनौतियां भी कम हो सकती हैं।
खास होते हैं सीएम की सुरक्षा में तैनात जवान
यूपी पुलिस सेवा से जुड़े एक सूत्र बताते हैं कि मुख्यमंत्री की सुरक्षा के लिए एक स्क्रीनिंग कमिटी होती है। यह कमिटी सिक्यॉरिटी में तैनात लोगों का विभिन्न मापदंडों के आधार पर चयन करती है।
इस ‘सुरक्षा कवच’ में रहते हैं यूपी सीएम
वर्ष 2017 की एक ख़बर के मुताबिक, CM के पास जेड प्लस के साथ NSG का सुरक्षा घेरा रहता है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सुरक्षा में NSG के 24 कमांडो के अलावा करीब 359 पुलिस कर्मियों का घेरा रहता था। सुरक्षा का यह घेरा 8-8 घंटे की ड्यूटी पर बदलता था। यानी, एक समय में अखिलेश यादव की सुरक्षा में 8 एनएसजी कमांडों, 120 पुलिस कर्मियों के साथ PAC की गारद तैनात रहती थी।
जानकारी के मुताबिक, डायल-112 के वॉट्सऐप नंबर पर मैसेज करके धमकी दी गई है। सूत्रों के मुताबिक, मेसेज में लिखा गया है, ‘हम पूरे यूपी में धमाके करेंगे और सरकार देखती रह जाएगी।’ आपको बता दें कि पिछले महीने भी सीएम योगी को जान से मारने की धमकी देने वाले दो लोगों को महाराष्ट्र के गिरफ्तार किया गया था।
पिछले महीने धमकी देने वाला हुआ था गिरफ्तार
पिछले ही महीने कामरान नाम के एक शख्स ने उत्तर प्रदेश पुलिस के सोशल मीडिया हेल्प डेस्क को फोन किया था और सीधे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उड़ाने की धमकी दी थी। मामला अपराध का था तो मुंबई में रहने वाले इस शख्स को महाराष्ट्र एटीएस ने उठा लिया। 25 वर्षीय आरोपी कामरान अब उत्तर प्रदेश पुलिस की एसटीएफ के कब्जे में है। पूछताछ में कामरान ने बताया कि उसे योगी आदित्यनाथ को धमकी देने के बदले एक करोड़ रुपये देने का वादा किया गया था। हालांकि, कामरान ने यह नहीं बताया है कि उसे पैसों का ऑफर देने वाला शख्स कौन है।