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कोरोना संकट के चलते महाराष्ट्र और अन्य राज्यों से प्रवासी श्रमिका का उत्तर प्रदेश आना जारी है। मंगलवार तक यूपी आने वाले श्रमिकों का आंकड़ा 26 लाख को पार कर गया है। उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि बसों और 1265 ट्रेनों में 17 लाख 728 लोग आज 2 बजे तक प्रदेश में आ चुके हैं, आज भी 100 ट्रेने प्रदेश में आएंगी। अब यूपी आए श्रमिकों के सामने रोजी रो​टी का संकट पैदा हो चुका है। ऐसे में अब यूपी सरकार ने मजदूरों को रोजगार दिलाने के लिए उनका कौशल जानने के लिए स्किल मैपिंग करवा रही है।

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 1255 ट्रेनों से कामगार लाए गए हैं वहीं आज और कल में 145 ट्रेनें और आएंगी। यूपी में हर प्रवेश द्वार समेत 14 सौ जगहों पर सभी कामगारों व श्रमिकों के लिए भोजन, पानी का इंतजाम किया गया है। क्वारंटीन सेंटर में मेडिकल स्क्रिनिंग के बाद होम क्वारंटीन भेजते वक्त राशन पैकेट दिया जा रहा है। होम क्वारंटीन पूरा होते ही 1000 का भरण पोषण भत्ता व राशन कार्ड भी दिया जा रहा है।

सभी की स्किल मैपिंग हो रही है
अब तक लाकडाउन के दौरान 82262 औधौगिक इकाइयों में काम करने वाले श्रमिकों कामगारों को बंदी के दौरान का 1677.36 करोड़ रूपए वेतन एवं मानदेय का भुगतान किया जा चुका है। इसके साथ ही अब राज्य सरकार मजदूरों की स्किल मैपिंग करवाई जा रही है। इसके जरिए उन्हें विभिन्न उद्योगों में रोजगार के मौके प्रदान किए जाएंगे।

कहां कितने मजदूर
राज्य सरकार के अनुसार वर्तमान में 824 बड़ी औधोगिक इकाईयां संचालित हो रही है जिनमें 65 हजार कामगार व श्रमिक काम कर रहे हैं। लघु एवं मध्यम श्रेणी की 2 लाख 80 हजार इकाईयां चालू हैं जिनमें 22 लाख 66 हजार श्रमिक व कामगार काम कर रहे हैं। सूक्ष्म श्रेणी की 74 हजार इकाईयां चालू हैं जिनमें 2.5 लाख श्रमिक व कामगार काम कर रहे हैं। प्रदेश सरकार ने अब तक 33 लाख निर्माण श्रमिकों व कामगारों को भरण पोषण भत्ता अतिरिक्त दिया है।