कानपुर कानपुर देहात के रूरा क्षेत्र में गुरुवार की सुबह उस समय सनसनी फैल गई, जब नींद से जागी मां, बाबा और दादी को 17 साल की बेटी नहीं मिली। जानकारी पर आसपास के लोगों की भीड़ भी लग गई, वहीं बरामदे में खून की छींटे, टूटी चप्पलें और कपड़े मिलने से तरह तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने छानबीन के बाद डॉग स्क्वायड बुलाकर सुराग तलाशने का भी प्रयास किया लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। एएसपी और फोरेंसिक टीम ने भी मौके पर पहुंचकर छानबीन की।
लॉकडाउन में बेटी को लेकर गांव आ गई थी मां
रूरा क्षेत्र के हसनापुर गांव निवासी व्यक्ति शराब ठेके पर कानपुर में काम करता है और वहीं पर परिवार के साथ रह रहा था। लॉकडाउन में उसकी पत्नी 17 वर्षीय बेटी को लेकर सास ससुर के पास गांव आ गई थी। मां ने बताया कि बेटी कक्षा 11 में पढ़ती है, बुधवार की रात वह उसके साथ कमरे में सोई थी। सास-ससुर घर के बाहर बरामदे में सो रहे थे। गुरुवार सुबह स्वजन नींद से जागे तो बेटी नहीं दिखी तो सोचा कि वह शौचालय गई होगी। बरामदे में जाकर शौचालय के पास देखा तो छात्रा की टूटी चप्पल, खून की छींटे और कपड़े पड़े मिले। घर में तलाश किया तो बेटी नहीं मिली।
डॉग स्क्वायड भी नहीं लगा सका सुराग
अनहोनी की आशंका जता परिवार वालों ने पुलिस को जानकारी दी। रूरा एसओ विद्यासागर गांव पहुंचे और छानबीन की। एएसपी अनूप कुमार भी फोरेंसिक टीम लेकर गांव पहुंच गए। फॉरेंसिक टीम ने साक्ष्य एकत्र किए और पुलिस डॉग स्क्वायड की मदद से उसकी तलाश कराई। डॉग स्क्वायड घर के आसपास ही मंडरा कर लौट आया। एएसपी अनूप कुमार ने बताया कि अभी कुछ कहा नहीं जा सकता। यदि मारपीट या जबरन अपहरण होता तो शोर से पास में सो रहे बाबा-दादी की नींद जरूर खुलती। हर बिंदु पर पुलिस छानबीन कर रही है।