रिपोर्ट उपेन्द्र कुशवाहा
कुशीनगर : अयोध्या में पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राममंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन करेंगे। मंदिर की नींव में कुशीनगर के भी नौ मठ, मंदिरों की पवित्र मिट्टी शामिल होगी। बुधवार को कसया के राम जानकी मंदिर में पूजन के बाद तांबे और पीतल के कलशों में कुल नौ जगहों की मिट्टी अयोध्या भेजी गई। इसमें कुशीनगर के भगवान बुद्ध और जैन मंदिर की मिट्टी भी शामिल है।
जिले के नौ मंदिर और मठों की पवित्र मिट्टी अलग-अलग कलशों में रखकर कसया नगर के श्रीराम जानकी मठ मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच पूजन हुआ। भगवान बुद्ध व महावीर के निर्वाण स्थल की पवित्र मिट्टी भी इसमें शामिल है। विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष सीबी सिंह ने बताया कि नौ धर्मस्थलों की पवित्र मिट्टी श्रीराम मंदिर अयोध्या के शिलान्यास में शामिल होगी।
इससे पूर्व धर्मस्थलों की पवित्र मिट्टी मंदिर अथवा मठ से वैदिक रीति रिवाज से वहां के धर्माचार्यों की देखरेख में विहिप के पदाधिकारी लेकर श्रीराम जानकी मठ कसया कुशीनगर लेकर पहुंचे। मठ के मुख्य मंदिर में भगवान श्रीराम दरबार के सामने रखकर पुजारी देवनारायण शरण दास व अन्य लोगों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजन किया। तत्पश्चात मिट्टी से भरे तांबे व पीतल के कलशों को विहिप के प्रांतीय मिलन प्रमुख दुर्गेश प्रताप राव को सौंपा गया। जिन्हें लेकर वह शाम को अयोध्या को रवाना हो गए। कलश पर प्रत्येक मंदिर व मठ का नाम भी अंकित है। सभी कलश को भगवा रंग के कपड़े में रक्षा सूत्र से बंधे हुए थे।