कानपुर। एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि राहुल गांधी और वामपंथियों को घोटालों की इतनी आदत पड़ गई है कि उन्हें हमेशा कैश ही दिखता है। इसलिए वे मोदी सरकार से कैश मदद करने की बात कर रहे हैं। जबकि सरकार ने जो कैश सीधे गरीबों व जरूरतमंदों के खाते में डाला है, वह इन्हें दिखाई नहीं देता। शनिवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग से कानपुर के पत्रकारों से वार्ता में आर्थिक पैकेज में कैश न देने संबंधी विपक्ष के आरोपों पर उन्होंने पलटवार किया।
महाराष्ट्र और दिल्ली से लोग भगाए गए
मजदूरों के अव्यवस्थित पलायन पर कहा कि विपक्ष की नीयत में कमी है, महाराष्ट्र और दिल्ली से लोग भगाए गए और उनके खाने-पीने का इंतजाम नहीं हुआ। दिल्ली में तो बिहार और पूर्वांचल वालों की बिजली तक काट दी गई। जब राज्य सरकारें राजनीति से प्रेरित होकर ऐसा करती हैं तो अव्यवस्था होती है। सीएए के विरोध प्रदर्शन में भी यही हुआ, हमने सपा को विरोध करने की अनुमति दी तो वे पत्थर चलाने लगे। सपा इतना गिर जाएगी, यह अंदाजा लगाने में हम चूक गए लेकिन अब सावधान हैं।
राजीव गांधी ने सच कहा था
एमएसएमई मंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने सच कहा था कि एक रुपये में दस पैसा ही नीचे पहुंचता है, मोदी सरकार ने जनधन खाते, आधार और मोबाइल आदि से लिंक करके यह व्यवस्था बदली। अब एक रुपया दिल्ली से चलता है तो नीचे पूरा पहुंचता है। मोदी सरकार-2 में अनुच्छेद 370 की समाप्ति, सीएए, तीन तलाक और अयोध्या में राममंदिर जैसे मसले हल हुए। दस बैंकों का विलय और चीफ ऑफ डिफेंस की तैनाती हुई। अब लोकल, वोकल और ग्लोबल के नारे के साथ देश को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है।
शास्त्रीजी से मोदी की तुलना
मंत्री ने कहा कि आजादी के बाद लालबहादुर शास्त्री ऐसे प्रधानमंत्री रहे जिनकी आवाज पर लोगाें ने घरों में गेहूं बोना और सोमवार को अन्न का त्याग किया था। अब प्रधानमंत्री मोदी की एक आवाज पर पूरे देश ने लॉकडाउन का पालन किया। कहीं कोई सेना या सशस्त्र बल नहीं लगाना पड़ा।