img

[object Promise]

यूपी बोर्ड देश ही नहीं एशिया का सबसे बड़ा बोर्ड है। यहां हर साल लाखों स्टूडेंट्स हाईस्कूल और इंटर की परीक्षा में शामिल होते हैं। यही वजह है कि मुकाबला भी बहुत कड़ा होता है। इस साल भी करीब 50 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स ने हाईस्कूल और इंटर की परीक्षा में हिस्सा लिया था। इतनी बड़ी संख्या को पछाड़ते हुए दसवीं में रिया जैन ने और इंटर में अनुराग मलिक ने टॉप किया है। हाईस्कूल में बाड़ौत की रिया जैन ने 96.67 फीसदी अंक हासिल करके टॉप किया है तो इंटरमीडिएट के नतीजों में अनुराग मलिक को सबसे ज्यादा 97 फीसदी अंक मिले। आखिर कैसे पाया उन्होंने ये मुकाम आइए जानते हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रिया बताती हैं, उन्होंने बिना किसी ट्यूशन के यह सफलता हासिल की है। वहीं इंटरमीडिएट के प्रदेश टॉपर अनुराग मलिक ने भी बिना किसी ट्यूशन के ही परीक्षा में सफलता हासिल की है।

10वीं की टॉपर रिया ने ऐसे हासिल की सफलता 

रिया ने मीडिया रिपोर्ट में बताया कि वह परीक्षा की तैयारी के दौरान 14-15 घंटे तक पढ़ाई करती थीं। वह सुबह चार बजे उठकर पढ़ाई शुरू कर देती थीं। इसके अलावा स्कूल में सभी टॉपिक अच्छी तरह से क्लीयर होने से और भी फायदा मिला।

12वींं के टॉपर अनुराग ने बनाई थी ये रणनीति 

अनुराग ने भी सेल्फ स्टडी करके सफलता पाई है। 12वीं के टॉपर अनुराग ने मीडिया रिपोर्ट में बताया कि आमतौर पर 15 से 16 घंटे पढाई करते थे। लेकिन परीक्षा के दौरान 18 घंटे तक पढ़ाई की। अनुराग मलिक के पिता की बड़ौत में इलेक्ट्रॉनिक की दुकान है। वह आईएएस अफसर बनना चाहते हैं।

1 जुलाई से मिलेगी मार्कशीट

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 1 जुलाई 2020 से मार्कशीट जरूर मिलेगी। सभी परीक्षार्थियों को डिजिटल मार्कशीट मिलेगी, जिसे सभी प्रवेश परीक्षाओं और सरकारी नौकरियों में लगाया जा सकेगा। बता दें कि इस बार कोविड-19 की वजह से मूल्यांकन में देरी हुई है। इसकी वजह से रिजल्ट में भी देरी हुई है। पिछले साल यानी कि 2019 में यूपी बोर्ड ने दसवीं और बारहवीं का रिजल्ट अप्रैल में जारी कर दिया था।

बता दें कि साल 2020 में कक्षा 10वीं की परीक्षा 18 फरवरी से तीन मार्च 2020 के बीच और 12वीं की परीक्षा 18 फरवरी 2020 से 6 मार्च 2020 के बीच आयोजित हुई थी। वहीं इस वर्ष 50 लाख से अधिक बच्चों ने कक्षा दसवीं और बारहवीं की परीक्षा में भाग लिया। इनमें 25 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स इंटरमीडिएट और करीब 27 लाख हाईस्कूल के छात्र-छात्राएं हैं। अब इन सबको ही परीक्षा के परिणामों का इंतजार है। वहीं अगर पछले साल की बात करें तेा साल 2019 में हाईस्कूल के 80.08 प्रतिशत और इंटर के 70.06 प्रतिशत छात्र-छात्राएं सफल हुए थे।