img

[object Promise]

गोरखपुर। गुलरिहा इलाके में नौतन गांव के पास पुलिस मुठभेड़ में घायल शातिर बदमाश विपिन सिंह की केजीएमयू, लखनऊ में उपचार के दौरान बुधवार को मौत हो गई। पिपराइच इलाके में दो लोगों को गोली मारकर भागते समय पुलिस से उसका आमना-सामना हो गया था। इस दौरान दोनों तरफ से हुई गोलीबारी में पेट में गोली लगने से विपिन सिंह घायल हो गया था। हालांकि उसके दो साथी फरार हो गए थे। उनकी तलाश के लिए पुलिस की कई टीमों को लगाया गया है।

शाहपुर क्षेत्र के व्यासनगर कालोनी निवासी बदमाश विपिन सिंह मंगलवार की शाम को गुलरिहा क्षेत्र के झुगिया बाजार में दावत में शामिल होने गया था। झुगिया बाजार निवासी प्रापर्टी डीलर छोटू प्रजापति और पिपराइच क्षेत्र के शाहगंज निवासी उनके दोस्त की हत्या की उसने काफी सुपारी ले रखी थी। दावत में ही छोटू प्रजापति के घर पर मौजूद होने की सूचना मिली। वहीं से विपिन सिंह दो दोस्तों के साथ छोटू के घर पहुंच गया। उनके घर पर न मिलने पर हवाई फायरिंग करते हुए वहां से भाग निकला और सीधे शाहगंज निवासी उनके दोस्त अरुण निषाद के घर पहुंच गया। उस समय अरुण निषाद के छोटे भाई दीपचंद निषाद घर के बाहर बैठे थे। विपिन और उसके साथियों ने उन पर गोली चला दी। हाथ में एक गोली लगने से वह घायल हो गए। इस बीच ग्रामीणों ने बदमाशों को दौड़ा लिया। इस दौरान कार सवार युवकों ने उनकी बाइक में टक्कर मारकर गिरा दिया। इसके बाद तीनों बदमाश फायरिंग करते हुए पैदल भागने लगे। इस दौरान गोली लगने से शाहगंज के ही राजीव वर्मा का दस वर्षीय पुत्र आदित्य भी घायल हो गया।ग्रामीणों ने बदमाशों का पीछा करना जारी रखा। इसी बीच क्राइम ब्रांच और गुलरिहा थाने की पुलिस ने नौतन गांव के पास बदमाशों को घेर लिया। मुठभेड़ के दौरान पेट में गोली लगने से विपिन सिंह घायल हो गया। आनन-फानन उसे मेडिकल कालेज ले जाया गया। जहां से डाक्टरों ने उसे केजीएमयू, लखनऊ रेफर कर दिया। रात में ही उसे केजीएमयू में भर्ती कराया गया। जहां बुधवार को सुबह उसने दम तोड़ दिया। एसएसपी डा. सुनील गुप्त ने बताय कि अरुण निषाद और गोली लगने से घायल दस वर्षीय बालक के पिता की तहरीर पर पिपराइच पुलिस ने बदमाशों के विरुद्ध दो अलग-अलग मुकदमा दर्ज किया है। उधर छोटू प्रजापति की तहरीर पर गुलरिहा पुलिस ने अलग मुकदमा दर्ज किया है।

राकेश यादव की तलाश में चल रही छापेमारी

छोटू प्रजापति की हत्या की सुपारी गुलरिहा थाने से माफिया घोषित राकेश यादव ने दी थी। उनसे सुपारी लेने के बाद विपिन सिंह और उसके साथियों ने छोटू प्रजापति और अरुण निषाद पर दो बार हमला भी किया था, लेकिन वे बच गए थे। बाद में विपिन सिंह की गिरफ्तार होने पर राकेश यादव के सुपारी देने की बात सामने आई थी। इस आधार पर पुलिस ने राकेश यादव को भी मुकदमे में साजिश रचने का अभियुक्त बना दिया। तभी से उसकी तलाश की जा रही थी। मंगलवार की शाम को हुई घटना के बाद उसकी तलाश तेज कर दी है। उसके परिवार के कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया है। उनके अलावा विपिन सिंह और उसके दोस्तों से जुड़े कई अन्य लोग भी हिरासत लिए गए हैं। अलग-अलग थानों में उनसे पूछताछ की जा रही है।