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Lucknow : राजधानी लखनऊ में शनिवार को तीन नए मामले सामने आये हैं, तीनों मामले दुबग्गा स्थित  निजी अस्पताल का है। जहां दो डॉक्टर समेत एक नर्स भी कोरोना संक्रमित हो गई है। वहीं केजीएमयू में भर्ती महिला की शुक्रवार को मौत हो गई। वहीं, बाद को आई रिपोर्ट में वायरस की पुष्टि हुई है। जिसके बाद से शहरवासियों में खौफ बना है। सीएमओ डॉ नरेंद्र अग्रवाल के मुताबिक, शनिवार को मरीज का शव परिजनों को कोविड-प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सौंपने दिया गया है। इसमें मरीज के शव को सैनिटाइज कर बैग में रखा गया। उसके बाद उसे सैनिटाइज कर परिजनों को पीपीइ किट देकर सौंपी गई। वहीं, केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ सुधीर सिंह के मुताबिक, कोविड नियमों के तहत परिजनों को शव सौंपा गया है। वहीं, बाराबंकी में कोरोना के पांच नए मरीज पाए गए हैं। अब जिले में कॉरोना संक्रमितों की संख्या 32 हो गई है।

कोरोना से पहली महिला की मौत

बारूदखाना निवासी 55 वर्षीय महिला को कई दिनों से बुखार, जुकाम था। वहीं, गुरुवार को उसकी सांसे फूलने लगीं। ऐसे में परिवारजन महिला को लेकर केजीएमयू पहुंचे। यहां वृद्धावस्था विभाग में बने स्क्रीनिंग एरिया में भर्ती किया गया। महिला में कोरोना के संदिग्ध लक्षण होने पर स्वैब जांच के लिए सैंपल भेजा गया। वहीं दोपहर बाद महिला की मौत हो गई। शुक्रवार को लैब में हुई जांच में कोरोना की पुष्टि हुई है। संस्थान के प्रवक्ता डॉ. संदीप तिवारी के मुताबिक मृत मरीज की रिपोर्ट आ गई है। उसमें कोरोना की पुष्टि हुई है।

बिना जांच शव परिजनों को सौंपने के आरोप से इन्कार

सीएमओ डॉ नरेंद्र अग्रवाल के मुताबिक, संदिग्ध मरीज का शव परिजनों को सौंपने में कोविड-प्रोटोकॉल का पालन किया गया। इसमें मरीज के शव को सैनिटाइज कर बैग में रखा गया। उसके बाद उसे सैनिटाइज कर परिजनों को पीपीइ किट देकर सौंपी गई। वहीं, केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ सुधीर सिंह के मुताबिक, कोविड नियमों के तहत  परिजनों को शव सौंपा गया है।

15 अप्रैल को हुई थी पहली मौत

शहर में कोरोना केस का आंकड़ा साढ़े तीन सौ पार कर चुका है। वहीं, मृतकों की संख्या तीन हो गई है। 15 अप्रैल को शहर में नया गांव निवासी 64 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हुई। वहीं, 19 मई को मौलवीगंज निवासी 52 वर्षीय सब्जी विक्रेता की मौत हो गई। इसके अलावा शहर में महिला मरीज की पहली कोरोना से मौत हुई है।

एक दिन में 15 कोरोना संक्रमित 

बता दें, शुक्रवार को एक साथ 15 नए कोरोना मरीज पाए गए। इसमें सदर के वाल्मीकि मोहाल के एक ही परिवार के नौ लोगों समेत शहर के 11 लोगों में वायरस की पुष्टि हुई।  वहीं, तीन गैर जनपद के हैं। उधर, चार लोगों को डिस्चार्ज किया गया है।

सदर का वाल्मीकि मोहाल इलाका सील 

वाल्मीकि मोहाल के एक ही परिवार के नौ लोगों में वायरस मिला है। इसमें परिवार में पहले भी दो मरीज पाए जा चुके हैं। ऐसे में एक परिवार में संक्रमित मरीजों की संख्या 11 पहुंच गई है।

ऐसे में क्षेत्र में हड़कंप मच गया। पुलिस, नगर निगम व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने क्षेत्र में सक्रियता बढ़ा दी है। कॉलोनी को सील कर दिया गया है। बेवजह बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी गई है। सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल ने घर-घर सर्वे का निर्देश दिया है। इसके अलावा गोलागंज में भी एक मरीज में कोरोना की पुष्टि हुई।

वहीं, मोहनलालगंज में प्रवासी मजदूर में वायरस पाया गया। इसके अलावा एक संतकबीर नगर, एक सुल्तानपुर निवासी मरीज में वायरस की पुष्टि हुई है। केजीएमयू में भर्ती कैंसर पीड़ित बच्चे में वायरस पाया गया। यह बच्चा पीलीभीत का निवासी है।

साढ़े पांच हजार को जांचा, 160 का सैंपल जुटाया

सीएमओ की टीम ने विनम्र खंड, शांति विहार, राम विहार, आजाद विहार में घर-घर सर्वे किया। इस दौरान 1068 घरों में जाकर 5881 लोगों का स्वास्थ्य ब्योरा जुटाया। इस दौरान 160 लोगों का सैंपल जांच के लिए जुटाया गया। गुरुवार को संक्रमित आए कुल मरीजों में जीआरपी का एक जवान आगरा का निकला। ऐसे में 352 के बजाए शहर में मरीजों की संख्या 351 रह गई। वहीं शुक्रवार को 11 शहर में नए मरीज मिलने पर आंकड़ा 362 हो गया है। नए मरीजों में तीन महिला व आठ पुरुष मरीज हैं।

KGMU के बच्चों के कैंसर वार्ड में कोरोना, एक डायग्नोस्टिक सेंटर बंद

केजीएमयू के पीडियाट्रिक आंकोलॉजी विभाग में भर्ती बच्चे में कोरोना की पुष्टि हुई। ऐसे में डे केयर वार्ड में भर्ती कैंसर के बच्चे व स्टाफ में संक्रमण का भय पसर गया। वहीं दो निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों में भी वायरस की पुष्टि हुई। इसमें से एक मरीज की निजी डायग्नोस्टिक सेंटर पर जांच की गई, जिसे 24 घंटे के लिए बंद कर दिया गया।

पीलीभीत निवासी तीन वर्षीय बच्चे को ब्लड कैंसर है। उसे केजीएमयू में भर्ती कर 25 मई को कीमोथेरेपी दी गई। वहीं अब जांच में कोरोना वायरस पाया गया। संस्थान के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह के मुताबिक डे केयर वार्ड में करीब 15 बच्चे भर्ती थे। इसके डायरेक्ट संपर्क में छह स्टाफ आया। लिहाजा, स्टाफ को क्वारंटाइन कर जांच के लिए सैंपल भेज दिए गए। इनमें वायरस की पुष्टि होने पर भर्ती बच्चों की भी जांच कराई जाएगी। वहीं, कैंसर के बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। ऐसे में परिवारजनों में संक्रमण का भय पसरा हुआ है। उधर, गोामती नगर के एक निजी अस्पताल में संतकबीर नगर के भर्ती मरीज में वायरस की पुष्टि हुई। इसकी सीटी स्कैन डायग्नोस्टिक सेंटर से हुई। एसीएमओ डॉ. अनूप श्रीवास्तव के मुताबिक डायग्नोस्टिक सेंटर को सैनिटाइज कर 24 घंटे के लिए बंद कर दिया गया। वहीं, सुल्तानपुर निवासी मरीज में भी एक कॉरपोरेट हॉस्पिटल में संक्रमण की पुष्टि हुई। ऐसे में संक्रमित मरीज के भर्ती वाले आइसोलेशन व होल्डिंग एरिया को 24 घंटे के लिए बंद कर दिया गया। .