लखीमपुर: जिला अस्पताल में सोमवार से जनरल ओपीडी शुरू हो चुकी है। कोरोना के कारण मार्च से बंद जनरल ओपीडी के कारण लोगों को समुचित इलाज नहीं मिल पा रहा था। अब चिकित्सकों ने अपने-अपने कक्षों में बैठ कर खांसी, जुकाम, बुखार, पेट दर्द, उल्टी विभिन्न बीमारियों के मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें दवाएं दी, लेकिन इस दौरान अस्पताल पर दूर-दराज से आए कई मरीजों को दिक्कतों का भी सामना करना पड़ा।
मंगलवार को जिला अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष में चार से पांच की संख्या में मरीज बैठे थे। मास्क लगा था। शारीरिक दूरी भी थी, लेकिन चिकित्सक कुर्सी से गायब थे। काफी देर तक मरीजों को इंतजार करना पड़ा। अर्जुनपुरवा के मधुरेश बताते हैं वे अपनी पत्नी को लेकर आए थे। आठ बजे से पर्चा बनवाने के बाद इंतजार कर रहे थे। दोपहर का 11 बज गया है, अभी तक न उनका नाम पुकारा गया है, न ही किसी चिकित्सक ने देखा है। इमरजेंसी में गए थे, वहां से वापस कर दिए गए। सरनापुरम के 14 वर्षीय आदित्य वर्मा बताते हैं कि बीते एक हफ्ते से बुखार आ रहा है। अस्पताल आए हैं, लेकिन ज्यादा भीड़ होने के कारण अभी नंबर नहीं आया है। मुहल्ला बेगम बाग निवासी रिजवान ने बताया कि उनके पिताजी यहां भर्ती हैं। उनकी दवा करा रहे हैं लेकिन, सुबह से ग्लूकोस की बोतल भी नहीं बदली गई है। सी टी स्कैन की मशीन में खराबी होने के कारण वहां भी मरीज बाहर इंतजार कर रहे थे। एक्स-रे कक्ष के बाहर काफी संख्या में मरीजों की भीड़ थी, अंदर एक-एक व्यक्ति का एक्सरे किया जा रहा था।
डॉ. आरसी अग्रवाल, मुख्य चिकित्साअधीक्षक, जिला अस्पताल ने कहा अभी दो दिन पहले ही अस्पताल की सभी जनरल ओपीडी शुरू कराई गई हैं। शुरुआती दौर है मरीजों को समस्या हो सकती है, लेकिन यथासंभव मरीजों को स्वास्थ्य परीक्षण कराकर दवा देने का प्रयास किया जा रहा है। इमरजेंसी में चिकित्सकों की ड्यूटी रहती है। यदि किसी मरीज को समस्या है तो वह सीधा मेरे पास आकर समस्या समाधान पा सकता है।